Post of 27 January 2022

उत्तर भारत के छात्रों से मेरी अपील है कि कृप्या नौकरी का आंदोलन शांति पूर्वक करे।दंगाजिवी बन कर देश के जीडीपी को न जलाये।राष्ट्रपिता गांधी जी के अहिंसा के सिद्धांत का पालन करे।

यह आंदोलन पार्ट-३ है।पहला पार्ट-१ NRC/CAA का आंदोलन था और पार्ट-२ किसान आंदोलन था।दोनो कामयाब हुआ।मगर यह पार्ट-३ आंदोलन नया भारत बनाये गा क्योकि यह रोज़ी-रोटी का आंदोलन है।इस आंदोलन को होना है क्योकि यह “नफरत के प्रसाद” की दैन है, बच्चे अपने बाप के अंधे हो गये दिल की सज़ा भूगत रहे हैं।

कितने अफसोस की बात है कि जिस देश मे नेहरू-इंदिरा ने हर क्षेत्र मे Public Sector हवाई जहाज, एयर इंडिया से लेकर हाथ मे बॉधने वाली घड़ी HMT दिया वह सब तीस साल की “नफरत की आग” ने ख़त्म कर दिया। खैर यह खुद का किया है और भुगतना भी उत्तर भारत के गंगा-जमुनी समाज को ही है।इसी से इस का नाम हम ने “The Ganges Spring” /गंगा स्प्रिंग दिया है।

#छात्रों से अपिल है कि हर ज़िला मुख्यालय मे शाहीन बाग़/किसान आंदोलन की तरह शांतिपूर्वक संगठित हो कर बैठे जब तक के डीएम/एसपी आप के क्षेत्र के विधायक और सांसद को आप के धरना स्थल पर लाकर आप को सौंप न दे।

#उस विधायक और सांसद को गॉधी जी की तरह उपवास रखवाईये, जब तक सरकारी/पब्लिक सेक्टर मे विद्यार्थी को उस के योगता के अनुसार नौकरी नही मिलती है तब तक वह विधायक और सांसद बिना खाये पिये आप के साथ बैठे रहे गें।आप लोग खाते पिते रहिए।अगर विधायक और सांसद की तबियत खराब हो जाती है तो उन को फ़ौरन सरकारी अस्पताल ले जाईए और एलाज करवाईये।जब ठीक हो जायें फिर उन को धरना स्थल पर बैठाये।जब तक नौकरी नही मिलती है यह प्रक्रिया/आंदोलन इसी तरह से जारी रखिये।

#जहॉ चुनाव हो रहा है वहॉ अगर उमीदवार पूराना सांसद या विधायक है उस को 48-72 घंटा का छठ पूजा का उपवास अपने आंदोलन स्थल पर रखवाईये और वादा लिजये की चुनाव जिता तो नौकरी देलवायें गें, फिर चुनाव तक छोड दिजये।

Students, wish you all the best for the Ganges Spring. Ganga-Jamuni Tahreek ki jai. Maa Bharti ki jai.