चीन ने फ़्रांस को कल कहा था मेरे यहॉ ज़िंगजियॉग के मुस्लिम के चिंता कर राजनीति करने से तुम्हारे यहॉ यूरोप मे आतंक नही ख़त्म हो सकता है।आतंक ख़त्म करना है तो मुस्लिम को शिक्षा दो, नौकरी दो, तरक्की कराओ जिस तरह से हम यूगूर लोगो के साथ किया है और तुम्हारा पैदा किया आतंक ख़त्म किया।

अब चीन अमेरिका, यूरोप को हॉन्ग कौंग के बाद इन्ही के ज़बान मे जवाब देने लगा। यूरोप और अमेरिका मे “ब्लैक लाईफ़ मैटर्स” हंगामा शुरू कर दिया हॉन्ग कौंग शांत हो गया।

चीन अपने अखबार मे लिख कर धमकी देता है कि यदि भारत ताइवान कार्ड खेलने की कोशिश करेगा तो चीन उत्तर पूर्व राज्यो के अलगाववादियों का समर्थन कर सकता है।चीन के बयान के 24 घंटे के अंदर ही मिजोरम और आसाम की सीमा पर हिंसक संघर्ष के समाचार है।

1980 से चीन ने विकास का लक्ष्य निर्धारित कर चुप चाप तरक्की करता रहा और हम 1980 से लोगो को झूठा नारा वंदेमातरम, भारत माता की जय, दे कर सौ साल की सोंच वालो ने सत्ता हासिल कर लिया। चीन का तुषटिकरण करते रहे, लौह पुरूष पटेल की 3,000 करोड़ की मूर्ती बनवा लिया और अपनी अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया, 20 सरकारी बैंक लूटवा दिया, मोग़लो का नाम पता बदल कर नया इतिहास लिखने लगे।

आज के तारीख़ मे चीन दुनिया मे अकेला नही है, सारे मुस्लिम देश उस के साथ हैं मगर हम तो कोरोना को भी तबलीगी बना दिया।विदेशनीति ऐसी चौपट रही के आज तक किसी ने हम को कोरोना का वैकसीन नही दिया।

देश बडा होता है आपसी सौहार्द से, मोगल बादशाह अकबर के बताये “सुलह कुल” के नारा से। सिरिया और 2015 के बाद, दुनिया बहुत तेज़ी से बदली है।अभी भी समय है, संघ अपनी सोंच बदले और देश बचाये।

Posted on Facebook on 19 October 2020