Post of 3rd Nov. 2023

दो दिन से फ़्रांस के राष्ट्रपति मैकरोन सेंट्रल एशिया के देश कज़ाखस्तान और उज़बेकिस्तान से फ़्रांस के लिए यूरेनियम आपूर्ति की उम्मीद में घूम रहे हैं।

मैकरोन अपने इस दौरा के दौरान ऊर्जा क्षेत्र में कज़ाखस्तान को फ़्रांस की न्यूक्लियर कम्पनी edf द्वारा एक न्यूक्लियर प्लांट लगाने की पेशकश कर रहे है ताकि उन को भविष्य मे कज़ाखस्तान और उज़बेकिस्तान से Uranium की आपूर्ति मिल जाये।

कजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान दोनों सेंट्रल एशिया के देश चीन और दुनिया के लिए Global Gateway हैं और चीन वहॉ बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के तहत निवेश कर रहा है और तेल तथा गैस प्राप्त कर रहा है।

जब से तुर्की और रूस ने फ़्रांस को अफ़्रीका के देश से निकाल बाहर किया है, फ़्रांस को निजेर (Niger) से यूरेनियम की आपूर्ति बंद हो गई; जबकि फ़्रांस पचास साल से अपना यूरेनियम इन्हीं अफ्रीकी देशों से लूट-लूट कर अपना 80% उर्जा पैदा करता था।

अब यूरोप और फ़्रांस को अफ़्रीका तथा रूस से यूरेनियम मिलना बंद हो गया तो मैकरोन कज़ाखस्तान मे Nuclear Plant लगाने की पेशकश कर रहे हैं जबकि निजेर, माली, चाड मे 50 साल में कोई प्लांट नहीं लगाया और वहॉ के लोग अंघेरे में आज भी रहते हैं।

#नोट:अभी तो इसराइल की लड़ाई का नतीजा नहीं आया है मगर यूरोप के नेता लोग सेंट्रल एशिया और मिडिल ईस्ट का चक्कर लगाने लगे।सब्र किजये 2025 तक बदली दुनिया हम लोग देख ले गें जिस मे मिडिल ईस्ट, तुर्की, रूस, ईरान और चीन (METRIC) ही हर जगह नज़र आये गा।