Post of 15 February 2024

प्रधानमंत्री अरब देश दुबई और क़तर के दो दिन के यात्रा में अपने दूसरे टर्म के अन्त मे समझ गये दुनिया बदल गई है और अब सौ साल की सोंच को हिन्द का “इतिहास- भूगोल” सही समझ मे आ गया।

दुबई मे प्रधानमंत्री ने अरबी में भी लोगों को संबोधित किया और कहा “कलम, काग़ज़, ज़मॉ, दुनिया, किताब ऐसा आसान शब्द अरब से ही भारत मे आया, हमारा और अरब के बीच सैकड़ों, हज़ारो साल का संबंध है”

पिछले दस साल से सरकार हिन्द का इतिहास-भूगोल भूल कर पोप के बच्चो के चक्कर मे पड कर चीन को पुन: विस्तारवादी बना दिया और अब प्रधानमंत्री भारत का सही इतिहास और ज़बान दुबई मे अरबी मे बोल रहे हैं।

कल रात प्रधानमंत्री दुबई से कतर गये और अपने समकक्ष कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद जसीम जिन्होंने टर्मप-तालेबान सफल समझौता कराया और अभी इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के बीच मध्यस्थता करा रहे हैं, उन से रात में रेगिस्तान मे एक शांदार टेंट में भारत-क़तर संबंध पर बात किया (निचे तस्वीर देखें)

क़तर में कल पहले से कज़ाखस्तान के राष्ट्पति क़ासीम यात्रा पर थे और उन्होंने क़तर के साथ कई समझौता किया।

कज़ाखस्तान ने Kazakhtelecom को क़तर को बेच दिया और ऊर्जा तथा गैस क्षेत्र में दो बड़ा समझौता क़तर से किया।क़तर क़जाखस्तान के Kashagan gas field में पावर प्लांट तथा LNG प्लांट लगाये गा। क़तर के अमीर तमीम ने राष्ट्रपति क़ासीम को एक सोने का तलवार उपहार में दिया (नीचे तस्वीर देखें)

याद रखिये गा तीसरे टर्म मे झक मार कर पाकिस्तान से दोस्ती करें गें वरना एक पैसा अरब से investment नही आये गा।अरब देशों का भारत में निवेश का सब वादा, पिछले 20 साल पहले के वादा के तरह ही रहे गा। यूरोप और अमेरिका भारत में निवेश करने नहीं जा रहा है क्योंकि अब यह सभी देश दो लड़ाई यूक्रेन-रूस तथा इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के बीच फँस गये हैं।

साहिर का एक शेर प्रधानमंत्री के नज़र है, ग़ालिब तो उर्दू का ही शायर था मगर उर्दू नाम पर सितम ढाते हैं और दुबई मे अरबी बोल रहे हैं……

“ग़ालिब’ जिसे कहते हैं उर्दू ही का शाइर था
उर्दू पे सितम ढा कर ‘ग़ालिब’ पे करम क्यूँ है”

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