यह नग़मये जिबरिल है या बाँगे सराफिल
(इक़बाल)
یہ نغمہ جبریل ہے یا بانگ سرافیل
दो दिन पहले प्रिंस चार्ल्स यूरोशलम गये थे और वहॉ की तंग गली मे चल कर चर्च गये और सभो से रास्ते मे मिलते और बातें करते रहे। सभी लोगो बहुत हुस्न ऐखलाक़ से उन के साथ पेश आये। वहॉ उन्होंने फ़िलस्तीन के लोगो के आज़ादी और बराबरी की बात कही। ख़ैर, अल्लाह काफ़ी है।
ब्रिटेन 30 साल बाद 31 जनवरी को यूरोपिय संघ से अपने देश को बाहर कर ले गा। अपनी आजाद ट्रेड, विदेश निति और दूसरे संबंध को बनाये गा। ब्रिटेन के वितमंत्री साजिद जावेद 31 जनवरी को 50 पेंस का एक स्मरणीय सिक्का निकाले गे जिस पर सभी देशो से शांति, समृद्धि और दोस्ती लिखा है।
इस 21वी सदी के पहले साल अमेरिका का ट्रेड टावर गिरा (9/11), ओबामा ने शपत के तीन महीना बाद एक झूठा स्पीच दिया के वह दुनिया मे “प्रमाणु निरस्त्रीकरण (nuclear diasarmament)” करे गे और 2009 मे नोबेल शांति पुरस्कार ले लिया। मगर अरब स्प्रिंग के नाम पर मुस्लिम देश मे आग लगा दिया। आग आज भी सिरिया, लिबिया, इराक़ और यमन मे जल रही है।
यूरोप के देश जो 2008 के रिसेशन के बाद आज तक नही निकल पाये हैं और ब्रिटेन का ईयू से निकलना और रूस, मिडिल ईस्ट, तुर्की का एक नया महाज़ सभो के लिये चिंता का विषय है। सभी लोग ऐशिया-यूरोप-अफ्रीका मे नया रिश्ता बनाने मे लगे हैं।
और दो दिन बाद डोनाल्ड दी ट्र्म्प इस्राईल के लिये “Fraud of the Century” का ऐलान कर अपने क़ब्र पर आखरी मिट्टी डालें गें।