1st March 2021 on FB Post
आज NDTV और दूसरे अखबारो मे एक रिपोर्ट छपा के पिछले साल अक्टूबर मे मुम्बई मे पावर गुल होने की घटना चीन की कारिस्तानी थी।भारत के संघ और अंघे हो गये दिल वाले बूद्धिजिवी पर इस खबर का कोई असर नही होगा क्योकि अभी बंगाल मे “वन्दे मातरम” और “भारत माता की जय” का झूठा नारा लगाने मे वह लोग व्यस्त हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था और सरकारी पब्लिक सेक्टर बैंक, कम्पनी वगैरह सब को “विश्वगुरू और राष्ट्रवाद” का सपना देखा कर लूट कर चुनाव लडा गया और सरकार बनाई गई। सारे संघी, सेक्लूर, कम्यूनिस्ट, समाजवादी नेता और बूद्धिजिवी मूँह मे लेवा लगाये बैठे रहे जिस मे कुछ मशहूर नाम है मोहन भागवत, यशवंत सिन्हा, मोलायम सिंह, प्रकाश करात, सिता राम यचूरी, शरद पवार, चन्द्र बाबू नाड़ी, देवा गौडा वगैरह।
चीन ने अरूनाचल मे गॉव बसा दिया, गलवान आ गया, मुम्बई मे बिजली गुल हो गया, उत्तराखंड मे पावर प्लांट दह गया, मगर कोई देशभक्त पार्टी का नेता इस बरबादी पर कुछ नही बोला।
खबर था अमेरिका के टेकस्स (Texas) के बर्फ़बारी से हफ़्तों लाखो लोगो को बिजली नही मिली क्योकि निजी पावर प्लांट बंद हो गया था।आज वह Private Brazos Electric Power कम्पनी Bankrupt घोषित हो गई।
गुज़ारिश है “बौद्धिक ग़ुलामों”, अर्थशास्त्री, सेकूलर, कम्यूनिस्ट, समाजवादी से बाबरी तोड़ने और मंदिर के फैसले से चुप रहे मगर अब 100 सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण पर चुप नही रहो क्योकि मेरा पड़ोसी चीन बहुत बडी शक्ति हो गया है।चीन का मोकाबला हम रोज़ के भाषण और निजीकरण से नही कर सकते हैं।
भारत बहुत बडा मूल्क है और अब चीन के उदय के बाद कृषि और सार्वजनिक क्षेत्र का रहना देश के लिये पहले से ज्यादा ज़रूरी है। जय हिन्द।
29/03/2021 at 10:20 AM
Sir, abhi 5 states ke result batayenge ki PSU’s bachenge ya bikenge……. Umeed karta hun ki in 5 states ki junta ki neend pichhle 7 saal ke barbaadi ko dekh kar khul gayi ho, aur ye log inke divisive politics ko yahi par rok de……. Lekin agar junta ab bhi inhein jita deti hai, to phr barbaad hone dijiye, aur khamoshi se tamasha dekhiye…… Waise bhi ek generation ka career to poori tarah barbaad ho chuka hai, unka daur nikalte nikalte wo log inhein bhi nika denge desh aur desh ki raajneeti se bahar……