Post of 3rd February 2023
कल रूस के राष्ट्रपति पुटिन द्वितीय विश्व युद्ध (1939-45) में सोवियत विजय की 80वीं वर्षगांठ मनाने के लिए वोल्गोग्राड (Volgograd) पहुँचे, जिस का पूराना नाम Stalingrad (स्टेलिनग्राद) था।पुटिन ने वोल्गोग्राड में जोसेफ स्टालिन की आवक्ष प्रतिमा (Bust) का अनावरण किया।
पुटिन ने 1941-1945 में नाजी जर्मनी के खिलाफ युद्ध को यूक्रेन में रूस के “विशेष सैन्य अभियान” से तुलना की और दावा किया कि रूसी “अंत तक” लडें गें।पुटिन ने कहा “रूस का यह #आधुनिक_युद्ध पूरी तरह से एक अलग युद्ध होगा”
द्वितीय विश्व युद्ध में सोवियत संघ के लगभग 2 करोड लोग मरे थे। 23 अगस्त 1942 को हिटलर ने स्टेलिनग्राद पर बम गिराया जिस की आबादी 8.5 लाख थी और यह लड़ाई लगभग 6 महीने तक चली और जब यह खत्म हुआ तो शहर खंडहर हो गया था और उस लड़ाई मे 10 लाख से अधिक सैनिकों और नागरिकों ने अपनी जान गंवा दी थी।
1925 मे स्टालीन की बोलशोविक फौज ने वोल्गा नदी के पास एक छोटा कसबा ज़ारितसिन (Tsaritsyn) कब्ज़ा किया और उस का नाम स्टेलिनग्राद रख दिया जिस का मतलब स्टालीन का शहर (Stalin City) था।स्टालिन ने वहाँ बडे पैमाना पर औद्योगीकरण किया, ट्रैक्टर फैक्टरी खोला और 1930 तक लोगो को खुशहाल बना दिया, गरीबी खत्म किया।स्टालिन की मृत्यु के आठ साल बाद 1961 में स्टेलिनग्राद का नाम बदलकर वोल्गोग्राड कर दिया गया।
#नोट: द्वितीय विश्व युद्ध (WWII) के बाद यूरोप का दुनिया मे उपनिवेशवाद (colonialism) ख़त्म हुआ।रूस-यूक्रेन लडाई यूरोप की पहचान (identity) ख़त्म कर दे गा।एशिया के कुछ देश यूरोप और रूस की कंपनी, स्टौक एक्सचेंज मे हिस्सेदारी, बैंक, फ़ुटबॉल क्लब वगैरह खरीद कर मालिक बन जायें गें।एक नया युग शुरू होगा।