Post of 14th October 2021
कल उर्जा समीट मे राषट्रपति पुटिन ने कहा है कि विंड और रिन्यूोएबल एनर्जी के चक्कर मे तेल और गैस मे कई साले से निवेश नही हुआ है जिस का कारण है तेल और गैस का दाम बढ रहा है।पुटिन ने कहा जल्द तेल का दाम $100 हो जाये गा।
कहा जा रहा है कि अगर दुनिया 2050 तक $4 trillion रिन्यूोएबल उर्जा पर खर्च करे गी तब भी दुनिया को 40-50% तेल और गैस पर निर्भर रहना हो गा।यह भी कहा जा रहा है कि चीन और रूस मिल कर तेल, गैस और कोयला का खेल खेल रहे हैं जिस का फायदा गल्फ़ के तेल उत्पादक देशो को हो रहा है।
1993 के बाद “चाईनिज़ जेहाद” दुनिया और उस के पड़ोसी देश को समझ मे नही आया।2013 के बाद चीन ने बेल्ट और रोड तथा सीपेक द्वारा “एशियन जिव पौलिटिकस” को बदल दिया।
कोरोना अभी दुनिया से समाप्त भी नही हुआ है मगर इसी बीच उर्जा संकट शुरू हो गया जिस के कारण logistics and transportation problem शुरू हो गया।दुनिया मे समुंदर से कार्गो की ढोलाई का दाम 900 गुणा बढ गया।कहा जा रहा है इस मे भी चीईनीज़ जेहाद कर रहा है ताकि यूरोप, अमेरिका और दूसरे देश मे रोज़ के जरूरत की चीज़, एलेक्ट्रोनिक्स सामान, हाई-टेक चिपस, कार, दवा का दाम बढ जाये जिस से सरकार को विकास पैदा करने मे परिशानी हो।
यह भी कहा जा रहा है कि चाईनीज़ जेहाद दूसरे विश्व युद्ध के बाद बहुत से देश का geo-political map बदल दे गा, जिस मे सब से पहले बर्मा का नक्शा बदले गा।
बहुत दुख के साथ कहना पड रहा है कि अब समय आ गया है एशिया के देश झूठ को सच और सच को झूठ साबित करना बंद करें, लव-जेहाद को आम करें ताकि आपसी भाई चारा बढे, आतंकवाद ख़त्म हो और सुख शांति हो ताकि विकास पैदा हो और चाईनिज जेहाद का मोकाबला कर सके।
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Some comments on the Post
Rais Ahmed खुदा करे कि आपकी बर्मा का नक्शा बदलने की पेशानगोई भी सच हो और रोहिंगया मुस्लिमो की वतन वापसी हो।
- Mohammed Seemab Zaman सिर्फ अराकान (रोहिंगया) नही बने गा। टूटे गा तो चार बने गा या कम से कम तीन।अरकान, केरेन, शान और बर्मा। गौर किया है बाईडेन अपने स्पीच मे कभी Myanmar नही बेलते हैं, हमेशा बर्मा बोलते हैं। चीन भी चाहता है वह टूटे ताकि 70 साल का मार-काट वहॉ ख़त्म हो।
Syed Abid Naqvi मतलब आने वाला समय कष्टों से भरा हुआ है, अब देखना है नासा अप्रूव हमारे सर्व गुण संपन्न प्रधानमंत्री जी इससे कैसे निपटेंगे।।
- Mohammed Seemab Zaman Syed Abid Naqvi साहेब, बहुत कष्ट होगा। यही कारण है कांग्रेस सत्ता मे नही आना चाहती है 2022 या 24 मे भी। अभी का कांग्रेस नेतृत्व सब जानता है।