Post of 1 August 2024

दो दिन से संसद मे राहुल गांधी के #जाति पर हंगामा मचा था जिस में कथित सेक्यूलर नेता अखिलेश यादव ने चिल्ला चिल्ला कर कहा “आप जाति कैसे पूछ सकते हैं?”

अमेरिका मे #मानवाधिकार के नारा लगाने वाले नेताओं की वैसी ही भीड़ थी जैसे भारत में #सेक्यूलरिज़्म के समर्थक नेताओं की बड़ी भीड़ थी क्योंकि उसमें सिर्फ़ गाल बजाने से काम चल जाता था।

मगर जब पिछले दस साल मे भारत मे सेक्यूलरीज़्म ख़त्म हो गया तो जाति उभर गई वैसे ही अमेरिका(इसराइल) में मानवाधिकार जब ख़त्म हो गया तो वहॉ ट्रम्प को काला नस्लवाद याद आ गया।

ट्रम्प 2020 में जब भारत आये तो हम लोगों ने “नमस्ते ट्रम्प” कर उन का भव्य स्वागत किया और नारा लगाया “अब की बार ट्रम्प सरकार” मगर वह हार गये।

अब जब ट्रम्प तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं तो उन के खिलाफ भारतीय मूल की कमला हेरिस राष्ट्रपति चुनाव लड़ने लगी तो ट्रम्प भारत भूल गये और कमला को “काली व्यक्ति” कहने लगे।

ट्रम्प ने बराक हुसैन ओबामा को कभी “काला व्यक्ति” नहीं कहा क्योंकि अब्बा काले थे मगर अम्मा गोरी थीं।

यह सून कर बहुत दुख हुआ जब ट्रम्प ने कहा कि “हम नहीं जानते थे कमला काली है.” (नीचे ट्रम्प का साक्षात्कार सूनये)

#नोट: कमला की मॉ मद्रासी ब्राह्मण थी जो 1958 में अमेरिका पढ़ने गईं और Breast Cancer पर महत्वपूर्ण शोध किया और Donald Harris नाम के काले आदमी से शादी कर लिया, बाद मे पति को छोड दिया। कमला ने 2014 में अमेरिकन यहूदी व्यक्ति से शादी किया है मगर अपने पिता का सर नेम हेरिस ही रखा।