Post of 9th July 2023
यह अमृत काल है यानि आजादी का 75वॉ साल और सौ साल की सोंच की नौ साल की सरकार।
मेरा तो अब कहना है कि दुनिया की जियोपौलिटिक्स और जियोएकोनौमिक्स भारत मे संघ की सरकार के कारण बहुत तेज़ी से पिछले 7-8 साल मे बदली।
भारत के कथित बुद्धिजिवी, वरिष्ठ हिन्दी पत्रकार, चाणक्य कहे जाने वाले वरिष्ठ नेता, दलितों की बहन जी, पिछड़े जाति के नेताओं वगैरह किसी ने भी यह कभी नही सोंचा होगा कि अमृत कालखण्ड मे दूसरे विश्वयुद्ध (WWII) के बाद की दुनिया इस तेज़ी से बदले गी।इन लोगो को भारत की 1.4 अरब आबादी, विदेश मे भारतीय डायसपोरा तथा मलेशिया से अमेरिका तक संघीतकारों की पैठ का बहुत गुमान था कि दुनिया भारत को “गले लगाये गी” मगर ……
भारत के साथ जो हुआ वह सही हुआ वरना हम लोगो को हमेशा यह अफसोस रहता कि सौ साल की सोंच वाली सरकार नही बनी वरना भारत विश्वगुरू हो जाता!
आज इस बदली दुनिया मे भारत मे एक “जन नायक” पैदा हो गया, जो भविष्य मे निश्चित रूप से भारत की राजनीति को बदल दे गा।
“भारत जोड़ो यात्रा” ने इस व्यक्ति की सोंच बदल दिया जिस तरह से मोहन दास गॉधी की सोंच को बिहार की यात्रा ने बदल दिया था, और एक धोती पर बाक़ी जिंदगी गुज़ार दिया।
इस जन नायक को राष्ट्रपिता गॉधी की तरह अब सत्ता का लोभ नही रहा, क्योकि इस ने भारत जोड़ो यात्रा से भारतीय समाज को बहुत नज़दीक से देख लिया है। इस आदमी मे अब दूसरे कांग्रेसी नेता की तरह प्रधानमंत्री की कुर्सी की लालच भी नही रही।
यह आदमी अब केवल कांग्रेस पार्टी का एक नेता नही रहा, बल्कि भारत के हर वर्ग और समाज का नायक हो गया। अब भविष्य का भारत सुंदर भारत होगा, उज्जवल भारत होगा। जय अल हिन्द।
Rahul Gandhi in the Rice field.