Post of 2nd June 2021
हम मिस्र के भगवान और देवी पर बहुत दिन से पोस्ट नही किया था मगर आज पुष्पेन्द्र कुल-श्रेष्ठता का टूविट देख कर मिस्री भैया की याद आ गई।
#नीचे मिस्र मे 2,700 km लम्बी #राम रोड है जो लक्ज़र मंदिर (Luxor Temple) को कारनक मंदिर (Karnak Temple) से हजारो वर्ष पहले जोड़ती थी। राम वहॉ भगवान “अमून रा” के प्रतीक थे। यह सड़क 26 मीटर चौड़ी थी और सड़क के दोनो तरफ 1200 मूर्ती लगी थी। यह सारी मूर्ती एक पत्थर के टुकड़े से बनी होती थी।
#दूसरी तस्वीर फिरौन और उन की बीवी की है जो भगवान की आरती मंदिर मे करने की है। सब से बडे पुजारी (Chief Priest) फिरौन ही होते थे मगर वह लोग यह पूजा का काम दूसरे पुजारी को दे देते थे। सब पुजारी को पवित्र होना ज़रूरी होता था। वह सुबह और शाम पूजा के पहले नहाते थे और रात मे उन का मुंडन होता था।वह पुजारी मंदिर मे जाने के पहले सात दिन सेक्स नही करते थे।
#तीसरी तस्वीर लक्ज़र मंदिर के लकड़ी के दरवाज़ा की है जिस के दरवाजे पर दो भगवान खडे हैं। यह तस्वीर किसी मिस्री भाई ने कनवास पर आयल पेंटिंग से बनाई है। यह किसी पिरामिड मे भगवान अमून रा की पेंटींग हो गी।
#चौथी तस्वीर गाय की है जो देवी के रूप मे पूजी जाती थी।पाचवी पुष्पेन्द्र साहेब का टूविट है।”मिस्री भैया की जय”