FB Post of 31 March 2021

अब फ़ेसबुक पर लोगो ने मिस्री सभ्यता के साथ भारतीय पुरानी सभ्यता को जोड़ना शुरू कर दिया।

कौमेंट मे लिंक है मीनी मेनन के लेख का कृप्या पढे, बहुत कुछ साफ हो जाये गा। यह खुद लिखती है संस्कृत भारत मे गुजरात के जूनागढ़ मे 150 BC मे लिखा गया।सारा इतिहास 4-6 BC का दर्ज है। बिहार सम्राट चन्द्रगुप्त का नाम है, मगर उन के सम्राट अशोक का नाम नही है।

मीनी मेनन साफ लिखती है पुरानी कहानी को ब्राह्मण लोगो ने 4-6 BC मे वैदिक काल से जोड कर व्यक्तिगत भगवान से जोड दिया जो आज भी पूजे जाते हैं।

मिस्र की 7000 साल पुरानी सभ्यता के सारे भगवान, देवी, जानवर, पक्षी जो वहॉ पूजे जाते थे वह सब यहॉ कैसे और कब आये या कौन लाया? यह बात मेनन नही लिखती हैं।

सवाल है कि तो फिर यह जन्मभूमि बाबर को कैसे पता चला? उस के पहले गुप्ता या दूसरो को क्यो नही पता चला?

#नोट: उर्दू नाम वाले ज्ज़बात मे आकर कौमेंट नही किजये गा।पहले Mini Menon का पूरा अंग्रेज़ी मे लेख पढ़िये, भारत का इतिहास और मिस्र की सभ्यता पढ़िये। उर्दू नाम वाले मिस्री सभ्यता मे “फिरौन” तक ही अपनी मालूमात महदूद नही रखिये।