आज श्री मोहन भागवत जी ने दशहरा के अवसर पर कह कि चीन विस्तारवादी नीति पर चल रहा है मगर भारत के जवाब देने से वह नर्वस हो गया।

भागवत जी आप क्यो हम सब को गलत खबर दे कर गुमराह करते रहते हैं, यह देश के लिये आप सही नही कर रहे हैं। देखये हम 21 मई 2016 को लिख दिया था दस मोदी जी और दस नितीश कुमार भी भारत को आर्थिक शक्ति नही बना सकते है बिना मुस्लिम का साथ लिये मगर आप लोग वही राम मंदिर, 370, एनआरसी, गाय-गोबर, लिंचिंग करते रहे। आज चीन सात साल मे आर्थिक के साथ साथ मेलेटरी शक्ति बन गया और बेल्ट और रोड बना कर सारे मुस्लिम देश को अपना दोस्त बना लिया।

आप लोग 2011 से चीन का तुष्टीकरण करते रहे और चीन ईगारह (11) गुणा हम से आगे हो गया। आज वह गलवान मे आकर मुर्ग़ा खा कर और रूस और फ्रांस का दारू पी कर नाच रहा है मगर आप फिर चीन के बारे मे हम सब को गुमराह कर रहे हैं।

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21 May 2016 Ten Modis or ten Nitesh will not make India economic power, till the present BJP government in India will not show to the world that “Sub ka sath sub ka vikas” is now Vision of India, with action not “Nare Bazee”.

India was in much better position till 1976 to China (death of Mao and cultural revolution). During 1986-1992 both the countries were in turmoil, one was fighting for development and openness while India was agitating for Ram Mandir. China did Tiananmen Square massacre in 1989 and gave signal to the world that they want peace and development and Deng Xiaoping started development in 1992. India gave signal to the world by demolishing Babri mosque in 1992 that they are not interested in development but communal politics of our particular political party.

Rest is the result, China is eleven (11) times more stronger economically and militarily than India.