Post of 21 April 2022

इधर तीन दिन मे तीन महत्वपूर्ण घटना दुनिया मे हुई है, जिस मे भारत अगले 15 साल मे “विश्व गुरू” बनता नज़र आया। हम सब को मोबारक हो।#रूस ने दो दिन पहले 18,000 km दूर मार करने वाला प्रमाणु “अन्तरमहाद्विपीय प्राक्षेपिक प्रक्षेपास्त्र (ICBM)” #सरमत (Sarmat) का सफल परीक्षण किया है। यह दुनिया मे अभी न अमेरिका के पास है और न हमारे भारत के पास है।

यह मिजाईल रूस 2001 से बना रहा था, इस का वज़न 208.1 metric tonnes है, यह एक साथ कई स्थान पर बहुत सारे टारगेट को एक ही समय नष्ट कर दे गा। रूस ने कहा है कि यह दुनिया के किसी भी देश पर दागा जा सकता है यानि North से South Pole तक मारने की क्षमता रखता है।

#चीन के नौसेना ने कल JY-21 हाइपरसोनिक मिजाईल का समुन्दर मे जहाज़ से छोड कर परीक्षण किया है।इस के मार करने की क्षमता 1,000-1,500 km है। इस तरह का हाइपरसोनिक मिजाईल केवल रूस और चीन के पास है जो समुन्दर मे किसी भी Aircraft Carrier को नष्ट करने की क्षमता रखता है।

आज चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिंग ने दुनिया के देशो को आपसी “अंतरराष्ट्रीय विवाद” बात चीत कर सुलझाने पर बल दिया है क्योकि दुनिया अब किसी एक मूल्क के धमकी या सैंगशन्स से डरने वाली नही है।

#भारत कल जहॉगीरपुरी मे “आग्नेयास्त्रों” का विश्व प्रख्यात परीक्षण कर देश और विदेश मे दहशत पैदा कर दिया। भारत सरकार की “बुलडोज़र प्रक्षेपास्त्र” की सफलता देख कर आज इंगलैड के पीएम भारत आकर करोड़ों डालर का बुलडोज़र ख़रीदने का फैसला किया। जय भवानी!

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Russian Nuclear ICBM
China Hypersonic Missiles
Jahangirpuri, India.