FB Post of 19 December 2020
आज रूस ने कहा कोरोना वैकसीन Sputnik-19 के बाद रूस की रिसर्च संस्था जिस मे सऊदी अरब का भी पैसा लगा है वह एचआईवी (HIV) का वैकसीन बना लिया है। अगले साल के आखिर मे वह इस को दुनिया मे लौंच करे गा।
हम लोग को बताते चले एचआईवी के कारण अब सैलून मे एक ब्लेड से एक आदमी की दाढी बनती है और अब सूई सरिंच से सिर्फ एक आदमी को एक बार दे कर फेंक दिया जाता है।और भी बहुत सी तब्दीली समाज मे HIV के आने के बाद आई जो हम यहॉ नही लिखना चाहते हैं।
दुनिया मे अब तक चार वैकसीन officially approve हो गया है मगर बीजेपी की मोदी सरकार ने आज तक किसी को हम लोगो के लिये नही ख़रीदा। रूस का Sputnik-V, चीन का Sinopharm, जर्मनी का BioNTech, और अमेरिका का Moderna.
इस चार मे सब से अच्छा रूस, चीन और जर्मनी का है मगर जर्मनी का हम नही ले सकते हैं क्योकि (-)70 पर हम नही रख सकते हैं, रूस का लिया नही क्योकि महँगा है, चीन का हम ले नही सकते हैं क्योकि चीन “गलवान” मे जमीन कब्जा कर लिया है।और बीजेपी सरकार बंगाल मे चुनाव मे TMC चीन की पार्टी को उखाड़ने के लिये बडी बडी रैली कर रहे हैं।
मोदी सरकार के पास पैसा नही है 120 करोड के लिये वैकसीन ले मगर बंगाल मे बीजेपी चीन की TMC सरकार के खेलाफ करोड़ों रूपया चुनाव मे छींट रही हैं। आज भी भारत मे साफ पीने का पानी नही है, स्वास्थ सेवा खराब है मगर चुनाव मे करोड़ों रूपया खर्च कर दिया गया।
नीचे देखे जर्मनी के BioNTech/Pfizer का एक डोज़ का $14.70 दाम है और अमेरिका के Moderna का $18 एक डोज़ का दाम है जबकि दोनो वैकसीन का दो डोज़ लेना होगा। बाकि चार अभी तक टेस्ट हो रहा है जो कामयाब नही है।