24 March 2023
160 साल पूराना Switzerland का बैंक Credit Suisse जिस मे दुनिया के तानाशाह, व्यवसायियों तथा पूँजीपतियों के $500 billion से अधिक पैसा जमा थे एक रात मे ध्वस्त हो गया।
रूस-यूक्रेन लडाई (2022) के दो साल पहले तक यह बैंक मुनाफा मे था मगर लडाई के एक साल बाद यह बैंक रूस पर अमेरिका के Sanctions के कारण collapse कर गया और स्विट्ज़रलैंड की सरकार भी इस को नही बचा सकी।अंततोगत्वा Credit Suisse बैंक का UBS बैंक मे विलय हो गया।
80 लाख आबादी वाले स्विट्ज़रलैंड के लोग तथा दुनिया के पूँजीपति तथा व्यवसायी इस बर्बादी पर मौन धारण किये हुऐ हैं।किसी ने रूस की लडाई के कारण यूरोप मे Banking Crisis तथा महंगाई सपने मे भी नही सोंचा होगा।कल स्विस केंद्रीय बैंक ने ब्याज दर बढ़ा कर 1.5% कर दिया और बैंक आफ इंग्लैण्ड ने ब्याज दर बढ़ा कर 4.5% कर दिया।
राष्ट्रपति ट्रम्प द्वारा चीन पर sanctions लगाने का असर तीन साल बाद अमेरिका के तीन बडे बैंक Silicon Valley Bank (SVB), Sterling Bank और Republic Bank के collapse होने का कारण बना मगर अमेरिका के बुद्धिजीवी चुप बैठे है।
SVB बैंक अमेरिका का पाँचवा बड़ा बैंक था जो अमेरिका तथा दुनिया मे IT & Startup को पैसा देता था।इस ने चीन के Chips, Mobile, Huawei वग़ैरह के वर्चस्व को ख़त्म करने के लिए पिछले पांच साल में खूब पैसा दिया मगर वह सब असफल हो गया और अंततोगत्वा बैंक खत्म हो गया।
यह बैंकिंग क्राइसिस यूरोप तथा अमेरिका के अर्थव्यवस्था के लिए तो गंभीर संकट पैदा कर ही दिया है मगर यह भारत के IT & Mobile company जैसे TCS & Infosys तथा Startup के लिए बहुत बुरी खबर है।भारत के अर्थव्यवस्था तथा भविष्य मे भारतीय Chips बनाने वाली कंपनियों के लिए विदेशी मुद्रा के लोन मिलना असंभव हो जाये गा।
#नोट: दुख की बात यह है कि Credit Suisse के डूबने से भारतीयों का जो काला-धन विदेश में था वह अब नहीं आये गा और न हम लोगों के खाता में सरकार 15 लाख रूपया जमा कर पाये गी।