Facebook post of 9-04-2021

रूस के विदेशमंत्री लेवरोव भारत से वापसी पर नौ साल बाद पाकिस्तान का दो दिन का दौरा किया। एयरपोर्ट पर छाता लगाये नजर आये और अपने समकक्ष महमूद कोरैशी को भी छाता के साये मे रखा।

दो दिन मे वह ईमरान खॉन और बाजवा से भी मिले और रूस-पाकिस्तान संबंध को अच्छा बनाने पर ज़ोर दिया। मगर वहॉ सब लोग सर्द अंदाज़ मे मिले क्योकि पाकिस्तान और भारत को रूस पिछले दस साल से कोई अहमियत नही दे रहा है।रूस यूएसएसआर के टूटने के बाद मिडिल इस्ट, अफ्रिका और तुर्की से संबंध बनाने मे लगा है। अभी दुनिया के राजनीति मे रूस के लिये यही सब देश महत्वपूर्ण हैं।

लेवरोव ने पाकिस्तान को मेलेटरी सामान से लेकर स्टील प्लांट, तेल पाईपलाईन, नूकिलयर प्लांट वगैरह देने की बात की, मगर पाकिस्तान ने बहुत सिरियस लेवरोव को नही लिया। खैर बहुत जल्द पाकिस्तान की टीम रूस जाने वाली है।
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आज चार दिन से D-8 देशो का वर्चुअल समिट हो रहा है। D-8 आठ देशो का समूह 1997 मे बना है जिस मे तुर्की, मिस्र, नाईजेरिया, ईरान, पाकिस्तान, बंगलादेश, मलेशिया और इंडोनेशिया है। यह आठ देशो की आबादी लगभग 100 करोड है और combined economy $4 trillion की है और दुनिया को 5% GDP देता है। यह देश आपसी ट्रेड को $100 billion से बढ़ा कर 2030 तक $500 बिलियन करने की कोशीश कर रहे हैं।

इस 10वॉ समिट का थीम “Harnessing Power of Youth and Technology” था जिस मे कल अरदोगान, ईमरान खॉन और शेख हसिना बोलीं। अब इस का हेडकवार्टर शायद बंगलादेश मे बने गा।

Russian Foreign Minister Sergey Lavrov with Pakistan Mahmud Quraishi at Islamabad Airport.