Post of 2nd March 2022

यह कहना अभी बहुत मोशकिल होगा कि भविष्य मे इतिहासकार पिछले दस साल की तवारीख़ कैसे लिखें गें।

पिछले दस साल मे जिस तरह से दुनिया के लिडर्स जैसे ओबामा, पुटिन, शी जिंपिंग या अरदोगान और शाह सलमान ने दूसरी जंग अज़ीम के बाद चल रही पश्चिम के देशो के सयासत की उलटी गिनती शुरू की थी उस का शायद यूक्रेन आखरी कड़ी साबित हो।

हम लोगो ने इस दस-बारह साल मे वहुत कुछ बदलते देखा।वेस्टर्न पावर का मानवाधिकार के नाम पर क़त्ल-व-ग़ारत देखा, ट्रेड के नाम पर WTO का ड्रामा देखा, तेल और गैस के हथियार बनते कलाईमेट चेंज का ज़ोरदार नारा लगते देखा, आतंकवाद के नाम पर मुस्लिम देशो पर सैंगशन्स लगते देखा, सौ साल बाद दो साल का पैंडेमिक देखा।यानि दुनिया का सारा सिस्टम वेस्ट के मोहरून मिन्नत रहा।

#अचानक पुटिन यूक्रेन मे कूद गये और Western International System के मानवाधिकार का यूक्रेन के तथाकथित सभ्य समाज मे “गैर-वेस्टर्न” लोगो के साथ भेद-भाव/साम्प्रदायिकता का चेहरा यूकरेन-पोलैंड-बुलगारिया बोडर पर #बेहेजाब हो गया।

#जो यूरोप WTO का नारा लगा रहा था वह रूस को वेस्टर्न Apple मोबाईल से लेकर Wheat तक बेचना बंद कर दिया मगर रूस ने तेल/गैस यूरोप को बंद नही किया।

#वही यूरोप जो कल तक COP26 का नारा लगा रहा था वह तेल का दाम $125-150 होने के डर से oil & gas में heavy investment का नारा लगाने लगा।
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यह बहुत जल्दबाज़ी होगी यूरोप मे WWII के बाद फिर पहुँचे आतंक का कोई नतीजा निकालना क्योकि उर्जा (तेल/गैस) और मैन्यूफ़ैक्चरिंग (चीन) की चाभी यूरोप मे नही है।अफ्रिका-चीन-मिडिल ईस्ट के देश चुप हो कर तमाशा देख रहे हैं, कोई किसी के पक्ष या विपक्ष मे सामने नही आ रहा है क्योकि सब को पता है कि डोनालड ट्र्म्प दुनिया बदल कर चले गये अब एक नया multi-polar New World Order establish हो गा।
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Some Comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman Today, the Organization of the Petroleum Exporting Countries OPEC+, has announced that it would stick to existing plans for a modest oil output increase of 4 lakhs barrels per day in April despite surging crude prices.

Mohammed Seemab Zaman आज तेल का दाम $110 से ऊपर चला गया क्योकि दुनिया मे लोग रूस का तेल डर से नही खरीद रहे हैं कि सैंगशन्स लगे गा। अगर ईरान का सैंगशन्स हट भी जाता है तो ईरान दो-तीन साल मे 20-30 लाख बैरल दे सके गा जबकि अभी दुनिया को 10 करोड़ तेल रोज़ की जरूरत है जबकि तेल बाजार मे 6 करोड़ बैरल ही रोज़ आ रहा है।आज OPEC+ की मिटिंग है जो UNO या UNHCR के भाषण और वोट से ज्याद important है। उस पर ज़रूर नजर रखिये गा।

  • Aquil Ahmed, Mohammed Seemab Zaman सर , Russia पर कब से सैगन्स लागू है क्योंकि reuter ने तो 24 feb को रूस से तेल खरीदने की खबर दी थी.

Noman Ahmed Farooqui अब इतिहास से छेड़छाड़ नही हो सकती क्योंकि सारा डाटा नेट पर मौजूद रहेगा , पहले की बात अलग थी कि जो इतिहासकारों ने लिख दिया उसे ही अवाम ने सच मान लिया ,

  • Mohammed Seemab Zaman वह जमाना गया जो आप बोल दिया या लिख दिया, हम ने पढ लिया और समझ लिया। समझते तो उस वक्त भी नही थे मगर लिखने का मौक़ा नही मिलता था क्योकि कोई छापता नहीं। अब तो दूसरे अंतरराष्ट्रीय टीवी और अखबार हैं जो लोग दुनिया मे हर जगह बोल रहा है, पढ लेता है और देख रहा है।

Abdul Samad Khan, Mohammed Seemab Zaman भाई बाकी लीडर्स की उपलब्धि तो अपनी जगह है, लेकिन शाह सलमान की क्या उपलब्धि है ? जरा बताइएगा ?

  • Mohammed Seemab Zaman हम क्या बताये? हम तो पोस्ट मे लिख रहे हैं जब से सलमान बादशाह बने हैं। अकसर लिखा है 26 जनवरी 2015 बराक का भारत visit के बाद ओबामा एक दिन भारत की यात्रा कम कर के रेयाद किंग अब्दुल्लाह के पोरसा मे गये तो सलमान उन को एयरपोर्ट पर खडा छोड कर नेमाज़ पढने चले गये। शाह सलमान ने ओबामा को औक़ात बता दिया वरना सिरिया के बाद सऊदी, ओमान, यूएई का नम्बर था। उर्दु अखबार के तज़्जिया निगारों के तज़्जिया पर नही जाईये। अभी एक पोस्ट किया है OPEC ने production नही बढ़ाया।