Post of 19th February 2022

आज सुबह जर्मनी मे Munich Security Conference (MSC) मे यूरोपियन यूनियन की प्रेसिडेंट उरस्ला वॉन डर लिन ने कहा “यूरोप को उर्जा के लिए अब रूस के गैस, तेल, कोयला के आपूर्ति पर निर्भर नही रहना पडे गा, यूरोप को दूसरा संसाधन खोजना हो गा”

यूरोप अगर रूस से तेल नही ले गा तो अरब-ईरान या अफ्रिका के मुस्लिम देश से ले गा जिस से ढोलाई और बीमा खर्च बढे गा।रूस का कुछ नही बिगड़े गा वह चीन को पाईप लाईन से तेल/गैस बेच देगा।रूस पाकिस्तान को कजाकिस्तान-ट्रकमिनिस्तान का गैस पाईप लाईन बिछा कर देने जा रहा है।ईरान भी पाकिस्तान को भविष्य मे गैस/तेल पाईप लाईन बिछा कर दे गा।

दो दिन पहले डा० मनमोहन सिंह ने कहा “भारत आज बहुत अहम मोड पर खडा है, इस सरकार का नक़ली राष्ट्रवाद जितन खोखला है और उतना ही ख़तरनाक है।मसला सिर्फ अंदर की सम्सया का नही, यह सरकार विदेशनीति से पूरी तरह फेल साबित हुई है।चीनी फौजी पिछले एक साल से पवित्र धरती पर बैठे हैं और इस पूरे मामले को दबाने की कोशीश की जा रही है”

भारत की आबादी 130 करोड है और 80% तेल/गैस कई मुस्लिम देशो से ख़रीदता है जिस के कारण इस के “oil basket” का दाम औसतन अधिक होता है।बाबरी कॉड के बाद अरब देशो से subsidised तेल मिलना बंद हो गया, एयर इंडिया बिक गया।

डा० सिंह ने तो गलत या झूठ बोला नही “अंदूरूनी हालत ने दोस्त ख़त्म कर दिया और चीन मेरे पवित्र धरती पर बैठा है” मगर आज तक सरकार का कोई आदमी या हमारे आदरणीय विश्व प्रख्यात दार्शनिक, देशभक्त, धारा प्रवाह हिन्दी वाचक मोहन जी ने यह नही कहा कि चीन भारत के पवित्र धरती पर बैठा है और मेरे पास आठ दिन का तेल होता है और हम #हेजाब के खेलाफ हो कर देश को विशवगुरू नही बना सकते हैं।

“New World Order मे बिना #हेजाब के दुनिया के किसी भी विश्वगुरू की मोक्ष प्राप्ति असंभव है”

#नीचे अफ्रिका के मुस्लिम देशो के खनिज पदार्थ तेल, गैस, सोना, कौपर, जिंक इत्यादि का नक्शा देखे और आदरणीय मोहन जी को भी देखा दे ताकि अपने लोगो को मना करे हेजाब का विरोध न करें।अगर हेजाबी सऊदी-ईरान को छोडा जिन के पास दुनिया का 40% तेल है, तो #अफ्रिका के #हेजाबी देशो मे पनाह लेना हो गा।
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Some Comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman ज़रूरत है हम लोग आपस मे मिल जुल कर प्रेम-भाव से रहे क्यो कि देश बरबादी के “अहम मोड पर है”। चीन मे पडोसी है और विस्तारवादी हो गया है, इस को हल्के मे न लें।

Skand Kumar Singh सर भारत ने रिजर्व तेल बाजार में बेचने को कहा था।तब सस्ता बेचा अब मंहगा लेगा।

  • Mohammed Seemab Zaman सब झूठ खबर है, जिस के पास 8 दिन का तेल रिज़र्व होता है वह बाजार मे क्या बेचे गा? सूना है कि क्वाड दोस्ती के कारण आस्ट्रेलिया को कहा मेरे लिए तीन महीना का तेल रखो तो वह इंकार कर गया और कहा कि हम कोई दूसरा मूल्क खोज देते हैं ताकि वह भारत के लिए रखे। भारत खूद नही बना सकता है क्योकि आबादी बहुत बडी है अगर कोई दुर्घटना हुई तो बरबादी बडी हो गी। यह तीन दिन पहले की खबर है।