16-08-2022, Meira Kumar interview on NDTV by Nidhi Razdan
Meira Kumar said “there are open statement made against me. It is not that Dalits are fool or foolish, they have intellect and very sharp intellect. They can feel, we have feelings and we have intellects. We can understand when we are being humiliated.”
“And, I will tell you not it India but I was humiliated in London also. I was posted there and looking for a house to live in. There was one person, he was not Hindu but a Christian named Jacobs. He wanted to give me house on rent, I looked the house. I said I will shift, he said fine you can shift. Then he was leaving and asked his last question. Are you a Brahmin? I told him I am not Brahmin. I am a scheduled caste. I asked him, you have any problem. he said no, no but he never gave me the house. Jacob was living in London for 25 years.”
My father Jagjivan Ram was Deputy Prime Minister of India, 1978. He went to Varanasi to unveil the statue of Dr. Sampurnanand. There he was humiliated. He was abused by his Caste. He was a powerful personality. He was abused by his caste “Jagjivan Chamar Chale Jao”.
“They washed the statue with Gangajal because it was polluted. So, you are asking a question which is very apparent that Caste system, it matters embarrass everybody.”
In the last, Nidhi Razdan of NDTV said I appreciate that you have shared this story with us today.
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Post 17-08-2022
“भारतीय प्राचीन धर्म और संस्कार”: मीरा कुमार और दलित समाज
कल #NDTV पर निधि राज़दान ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष कांग्रेसी मीरा कुमार का अंग्रेजी मे साक्षात्कार राजस्थान के जलावर मे बच्चे की मौत पर लिया।यह वही निधि राज़दान हैं जो तीन साल पहले NDTV पर पॉच लोगो को बोला कर ताजमहल और दिल्ली के जामा मस्जिद को शिव मंदिर बोलवातीं थीं मगर अब जलवायु परिवर्तन हो रहा है तो मीरा कुमार को बोला कर उन का दुख सूनवा कर appreciate कर रही है।
मीरा कुमार जिन के पिता बिहार के क़द्दावर दलित कांग्रेसी नेता बाबू जगजीवन राम और मॉ उत्तर प्रदेश की ब्राह्मण थीं। कल उन्होने दलित होने के नाते भारतीय समाज मे उन को और उन के पिता को जाति सूचक शब्द इस्तमाल कर बेइज़्ज़त किया जाने कि बात टीवी पर कही।
मीरा कुमार ने कहा कि जब जगजीवन राम 1978 मे मूरारजी देसाई के सरकार मे उप-प्रधानमंत्री थे तो वाराणसी मे डा० सम्पूर्णानंद की मूर्ती का अनावरण करने गये तो वहॉ नारा लगा “जगजीवन ……वापस जाओ” और बाद मे पत्थर की मूर्ती को गंगाजल से धो कर पवित्र किया।यह वही मुख्यमंत्री सम्पूर्णानन्द हैं जिन्होने उत्तर प्रदेश मे आजादी के बाद उर्दु ख़त्म किया था और आज भी उत्तर प्रदेश के केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री सही हिन्दी नही बोलते हैं बल्कि “उत्तर प्रदेस” बोलते हैं।
मीरा कुमार ने कहा कि लंदन मे एक भारतीय क्रिसचन जैकब ने उन को मकान नही दिया क्योकि वह ब्राह्मण नही थी। लंदन वाला जैकब भी ढोंगी समाजवादी फरनानडेज़ के तरह होगा जो जौरज फरनानडेज़ के तरह पैदाईशी ब्राह्मण हो गा मगर नाम जैकब रख कर लंदन मे फायदा उठा रहा होगा।
आज की एक दलित नेता मायावती हैं जो “तिलक, तलवार ……” बोल कर उत्तर प्रदेस की मुख्य मंत्री हो गईं और अपनी मूर्ती अपनी जिंदगी मे गढ़ कर साक्षात देवी हो गई मगर तीन साल पहले अपना सारा वोट संघ की पार्टी बीजेपी को कह कर ट्रांसफ़र किया ताकि मुस्लमान न जिते।मायावती को हम याद करा दें कि अगर हजारो साल से बाहर से आकर लोग भारतीय समाज को नही सुधारते तो आज आप की छाती खुली होती, सारी के निचे पेटीकोट नही होता, विधवा की शादी नही होती, राजस्थान मे घूँघट डाल कर भी पिठ खुला ही रहता।
हम उर्दु नाम वाले #पसमांदा अल्लाह का शुक्र अदा करें कि हमारी औरतों और बच्ची का सीना ढका है, सारी के नीचे पेटीकोट है, बेवा की शादी होती है, औरतो को हिस्सा जायदाद मे मिलता है, मस्जिद मे ईमामत करते हैं, हुनर सीख कर रोज़ी कमा रहे हैं ….
#नोट: ज़मानियात पर मीरा कुमार का अंग्रेज़ी मे साक्षात्कार पढे जो वह बोलीं हम ने एक एक लव्ज़ लिखा है।NDTV के पोर्टल पर वह एडिटेड है।