Post of 1st June 2022
2015 के पहले किसी ने भी नही सोंचा होगा कि रूस के विदेश मंत्री दो दिन सऊदी अरब मे रहे गें और औरजेनाईज़ेशन ऑफ इस्लामिक कौपेरेशन (OIC) के अध्यक्ष से मिलें गें।
GCC के विदेश मंत्री आज रेयाद मे हैं क्योकि कल औस्ट्रिया की राजधानी विएना मे OPEC+ की मिटिंग होनी है। आज लावरोव GCC के विदेश मंत्रियों से रेयाद मे मिलें और अभी लावरोव का लाईव प्रेस कानफ्रेंस गल्फ़ के विदेश मंत्री के मिटिंग के बाद हुआ।
लावरोव प्रेस कांफ्रेंस मे अकेले थे, अरब के कोई दूसरे विदेश मंत्री लावरोव के साथ नही थे। यह बताता है कि अरब दुनिया इस लडाई मे किसी का साथ नही दे रही है। लावरोव ने प्रेस कांफरेंस मे इराक़, सिरिया, लिबिया, फलस्तीन और ईरान का नाम लिया। अब रूस को भी सिरिया, लिबिया और ईरान याद आ रहा है जबकि अगर रूस चाहता तो 2019 मे तुर्की से मिल कर सिरिया मे शांति ला सकता था।खैर अब इस बदली दुनिया मे सब से हिसाब बराबर हो गा, ऐसा अंदाज़ा है।
नीचे ग्राफ देखये आज दुनिया मे जुलाई-अगस्त के लिए तेल $115-116 मे बिक रहा है और गैस की क़िमत $8.2 है। कहा जा रहा है कि अगर मिडिल ईस्ट के ओबामा के पैदा किये grievances को बाईडेन-पुटिन ने हल कर दिया तो तेल का दाम अगले साल $90-105 के बीच रहे गा वरना $300 हो जाये गा।
रूस सिर्फ 29% तेल यूरोपियन देशो को देता है जिस को बंद कर देने के पहले यूरोप को लिबिया, अलजेरिया और सऊदी अरब से तेल की सप्लाई सुनिश्चित करना होगा जो अभी के बदले जिवपौलिटिक्स मे 2025 तक संभव नही है।
#नोट: कल चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिंग ने यूऐई के अमीर ज़ायद से एक घंटा टेलिफ़ोन पर बात किया और दुनिया के बदले हुऐ जिवपौलिटिक्स मे यूऐई के साथ हैं।\