कल राजा दिग्विजय सिंह ने राम मंदिर के लिये एक लाख एक सौ ईगारह रूप्या का चेक प्रेस के सामने देखा कर प्रघानमंत्री श्री मोदी जी को भेजा है और साथ मे यह भी लिखा है की राम मंदिर के नाम पर चंदा वसूली मे शांति बनाये रखा जाये।
यह दिग्विजय सिंह राजा परिवार से हैं और कांग्रेसी नेता है जो शहजादा सलीम जोगी के मुख्यमंत्री बन्ने के बाद संसद भवन मे उन का पैर छू कर प्रणाम किया था।
क़ुदरत का करिश्मा देखये राजीव गॉधी ने 1986 मे बाबरी मस्जिद का ताला तोडवा कर मूर्ती रखवाई तो चीन ने भारत की जमीन कब्जा किया और उस समय अर्जुन सिंह और वीपी सिंह कांग्रेस मे थे। बाद मे वीपी सिंह राजीव गॉधी का साथ बोफ़ोर्स पर छोड दिया और 1989 मे प्रघानमंत्री बन गये (वह राष्ट्रभक्ती की अलग कहानी है)
फिर 1989-92 संघ और अदवाणी एंड एसोसियेट्स ने देश मे वह तांडव किया जो देश की बर्बादी और चीन के उदय का इतिहास बन गया। फिर वीपी सिंह हटे, चेंद्रेशेखर प्रधानमंत्री बने और राजीव गॉधी मारे गये और अंतोगत्वा 18 ज़बान जान्ने वाले नरसिमहा राव प्रघानमंत्री बने।
1992 मे यूपी के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जो बाद मे राज्यपाल बने कोर्ट मे लिख कर दिया वह मस्जिद नही गिराये गे और रक्षा करे गें।मगर 6 दिसंबर को नरसिमहा राव के समय मस्जिद बम से ध्वस्त कर छ: घंटा मे जमीन बराबर कर मूर्ती भी बैठा दी गई और लोगो ने रात मे नरसिमहा राव के घर पर जा कर प्रणाम किया।
मुस्लिम देशो ने भारत को subsidised rate पर तेल देना बंद कर दिया और राव साहेब पैनिक मे आकर सितंबर 1993 मे चीन जा कर दस्तखत कर के 320 km (a distance between Patna to Asansol) दे दिया। कोई देशभक्त या RSS के लोग को अफसोस नही हुआ।
आज भारत 120 करोड की आबादी $2.5 ट्रिलियन और चीन $15.4 ट्रीलियन की ऐकोनोमी है।संघ के मोदी सरकार के समय चीन अरूनाचल मे 50 कि० मी० कब्जा कर लेता है और सुप्रीम कोर्ट राम मंदिर बनाने का फैसला दे देता है। 2020 मई मे चीन फिर गलवान मे 4000 sq.km कब्जा कर लेता है और अगस्त 2020 को मोदी और भागवत जी मंदिर बनाने का पूजा करते हैं।
18 जनवरी 2021 को तस्वीर आती है कि चीन ने अरूनाचल मे 2.5 एकड़ (बाबरी मस्जिद के बराबर) जमीन पर मकान बना लिया है और उसी दिन दिग्विजय सिंह एक लाख राम मंदिर के लिये देते हैं, वाह। भारत माता की जय!