Post of 6th December 2021

खबर है कि अक्टूबर से चीन के पानी मे जो जहाज़ जाता है वह गायब हो जाता। उस का ट्रैकिंग Automatic Identification System (AIS) से नही हो पा रहा है जिस के कारण दुनिया मे सप्लाई चेन का प्रोब्लम हो रहा है और महगाई बढ रही है (CNN का लिंक कौमेंट मे पढें).

दूनिया मे दस बडे बन्दरगाह मे सात बडा बन्दरगाह चीन मे है।बाक़ी तीन हौलॉंड (Rotterdam), अमेरिका (Los Angeles) और सिंगापूर मे है।लौस एन्जेलस के बन्दरगाह मे 76 बर्थ है जब की चीन के Guangzhou मे 217 बर्थ है।

लोगो को याद होगा तीन साल से क्वाड बना कर चीन को घेरने पर हम लोग विश्वगुरू बन रहे थे मगर बाईडेन ने औकस मे सटने नही दिया।चीन ने क्वाड का जवाब चीन मे समुंदर मे जो जहाज जाता है उस का वायरलेस या सटेलाईट के ट्रैकिंग को ख़त्म कर अपने ट्रैकिंग सिस्टम पर ले आता है।जहाज के मालिक से लेकर इंशोरेंस कम्पनी को कुछ पता ही नही चलता है कि सामान चीन के बंदरगाह से load/unload हुआ या नही जबतक के वह भारतीय प्रशांत सागर मे नही आ जाता है।

हम लोग और हमारे प्रधानमंत्री, नेता, बूद्धिजिवी तो मन्दिर-मसजिद, गाय-गोबर को ही देशभक्ति समझते हैं।पूर्व प्रधानमंत्री नरसिमहा राव का शरीर और खोपड़ी जल कर राख हो गया मगर कोई उन का दोसत या परिवार का आदमी जीवित है तो वह बताये नरसिमहाव राव ने किस न्यूक्लिअर बम या मंत्र से 1528 की बनी ऐतिहासिक बडी एमारत को तीन घंटा मे 1992 मे जमीन दोज़ किया।

यह सवाल हम इस वजह कर पूछ रहे हैं ताकि उसी बम से #चीन की तरक्की और विस्तारवादी योजना को उडा कर हम विश्वगुरू बन जाए।अब कोई दूसरा उपाय भारत को चीन से नही बचा सकता है।

1992 मे मेरी अर्थव्यवस्था चीन से बडी थी मगर आज चीन की अर्थव्यवस्था $16 trillion है और भारत की $2.2 trillion है। हम चीन को $26 billion का निर्यात करते हैं और $100 billion का सामान जहाज से आयात करते है जो सप्लाई चेन के trackless (लापता) होने से देरी से आ रहा है और महगाई बढ रही है।

https://edition.cnn.com/2021/11/24/business/china-shipping-data-mic-intl-hnk/index.html?fbclid=IwAR2m0I9SUlOweypVigTPiY6EpxMRoPREwoYBmQL1h18_2drEUz0G287SUTA

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Some comments on the Post

Almaz Jahan Jahan जनाब, तीसरे पैराग्राफ कीआखिरी लाईन भारतीय प्रशांत महासागर को चैक किजिए, हमारे हिसाब से या तो हिन्द महासागर या उत्तरी प्रशांत महासागर आयेगा ।

  • Mohammed Seemab Zaman आप ने सही लिखा। पहले वही नाम था मगर जब से क्वाड बना है हम लोगो ने नारा दे दिया Indian Pacific Ocean क्योकि हम लोगो की आदत है नाम-पता बदल कर गर्व करने की।

Faysal Khan ये तो चीन की खुली बदमाशी है जिसकी वजह से सिर्फ और सिर्फ दुनिया का मध्यम वर्ग पिस रहा है छोटे कारोबार बंद हो रहे हैं ग़रीबों की जमापूंजी अपने ख़र्चे पूरे करने में ख़त्म होती जा रही है, अगर ऐसे ही चीन बेलगाम चलता रहा तो वो बोहोत जल्दी ही दुनिया के लिए एक नासूर की शक्ल अख़्तियार कर लेगा,,

  • Mohammed Seemab Zaman इसी का तो डर है कि चीन कही बेलगाम न हो जाये। बहुत सी बात हम खूल कर नही लिखते हैं। अरदोगान को कभी देखा है चीन का नाम लेते या वहॉ जाते? वह जापान गये चार साल पहले मगर चीन नही गये।

Bibhas Kumar Srivastav शानदार लिखा। कोई समझ पाए तब तो!

  • Mohammed Seemab Zamanहम लोगो को समझाने के लिये ही सात साल से लिख रहे थे।एक साल तो लिखना बंद कर दिया था। आप जो feedback दिया तो हौसले बढ़ता है कि मेरे लिखने को लोग समझ रहे हैं।

Verma Rajesh आशा है कि चीन जल्द ही भारत और ताईवान पर चौतरफा आक्रमण करने का साहस दिखायेगा। तालिबान को मान्यता देने का मामला भी अटका पड़ा है। चीन जल्द ये सब करै ताकि वारा न्यारा हला बला हो ही जाये। बहुत हो चुका। एनफ इज एनफ।

  • Mohammed Seemab Zaman सही लिखा “एनफ इज़ एनफ”। इसी वजह कर हम इस तरह का पोस्ट करते हैं कि लोगो की ऑख खूले।बहुत हो गया अंधा खेल, अब अंत होना चाहिये।

Ashutosh Chandra Thakur ये तो कतई अनैतिक है और ऐसे देशों से फिर सबको सचेत रहने की जरूरत है . चीन और अमेरिका जैसे देश किसी के सगे नही हो सकते

  • Mohammed Seemab Zamanसोचये कैसे हमारे देश के नेता और बूद्धिजिवी है जो दस-बारह साल से “चीनी तुष्टिकरण” करने मे लगे थे। आज क्या मिल रहा है।

ßikram Singh China’s ambitious sea route n road management has turned him more powerful and India still doing cowpee management to keep minorities mum in India …