Post of 3rd February 2024

अमेरिका और उस का परौक्सी इसराइल ने 1973 के योम किपुर जंग के बाद से और संभवतः उससे पहले भी ऐसी खतरनाक स्थिति नहीं देखी है जो 2023-24 से देख रहे हैं।

1945 के विश्वयुद्ध के बाद पहली बार, यूरोप और अमेरिका लड़ाई नहीं चाह रहे हैं क्योंकि रूस ने यूक्रेन में वही किया है जो इसराइल आज चालीस (40) साल से फलस्तीन में क़ब्ज़ा कर मार-काट करता आया था। यूक्रेन-रूस युद्ध में अब तक 6 लाख लोगों की मरने और लाखों यूक्रेनियन-रशियन के पलायन की बात लोग कहते हैं।

ट्रम्प ने चीन को छेड़ कर उस को भविष्य मे अमेरिका से जंग के लिए तैयार कर दिया और चीन अगले 5-10 साल में ताइवान समेत उस सभी जगह को क़ब्ज़ा कर ले गा जिस से उस को अपने पड़ोसी देश से Border Dispute है।

यह 7 अक्टूबर के मिडिल ईस्ट की घटना यूरोप, अमेरिका और इसराइल के लिए “Shock and Awe” है क्योंकि यमन के हूथी, ईरान, इराक़, सीरिया और लेबनान के हिज़्बुल्लाह ने इस लड़ाई को फैला दिया है, जिस का गुमान दुनिया में किसी को नहीं था।

यमन के हूथी ने Red Sea से दुनिया के 50% व्यापार को रोक दिया है और रोज़ अमेरिक, इसराइल, या दूसरे जहाज़ पर मिज़ाईल मार रहा है और दुनिया के सब से ताक़तवर नेवी (Navy) को घुटना टेका दिया है।

नीचे इस हफ़्ता के The Economist, London का कार्टून देखये जिस मे वह दर्शाता है कि अमेरिका (बाईडेन) को अभी मिडिल ईस्ट “बिछ्छू” से लड़ना है, फिर “भालू” (रूस) से लड़ना है, फिर “ड्रैगन” (चीन) से लड़ना है फिर सांप….. से लड़ना है।

#नोट: इसी तरह से 1876 के बाद मुग़ल और ओटोमन साम्राज्य के ख़त्म होने के बाद 1918 में सब कुछ ख़त्म हो गया था और अब फिर सौ साल बाद दुनिया बदल रही हैं जिस बदली दुनिया में मिडिल ईस्ट होगा और चीन होगा।