“मुल्क में मुसलमानों के वजूद को खुले आम और गंदे जुमलों में बाल ठाकरे ने ललकारा और मुल्क का कानून भी। ठाकरे की मुस्लिम दुश्मनी की बिना पर बढ़ी हुई ताकत की वजह से मुस्लिम खामोश रहा। उस तरह खुल कर,गालियां और मज़ाक उड़ाने की हिम्मत,विनय कटियार और प्रवीण तोगड़िया पैदा हुऐ। मुसलमानों के दो स्थान पाकिस्तान या कब्रस्तान, मुस्लिम ठिकाना हिन्द महासागर, एक धक्का दो मुसलमानों को हिन्द महासागर में धकेल दो के नारे के बाद अस्सी के आखिर में कहा एक धक्का और दो बाबरी मस्जिद तोड़ दो”

यह सब बात सब को याद होगा मगर कल बाल ठाकरे के बेटा और शिव सेना ने एक क्रिस्चन “सोनिया गॉधी” के नाम की क़सम खाकर देश को बचाने का संकल्प लिया। पिछले दस दिन से पवार-ठाकरे को “चाणक्य” कहा जाता रहा जो सात साल से मोदी-शाह-संघ को “चाणक्य” कहा जाता रहा। कहा जाता रहा हिन्दुत्वा वाले क्या राजनिति/धुर्वीकर्ण करते हैं: पाकिस्तान, गाय, राम जी, तीन तिलाक़, कशमीर, संस्कृत वग़ैरह वग़ैरह।

1989 से भारतीय मुस्लिम “silent Chanakya” बन कर रहा। बाबरी गिरा दिया, बम्बई दंगा हुआ और दुबई आर्थिक केंद्र हो गया, चीन तरक्की करके महाशक्ति हो गया। फिर 2013 से धुर्वीकर्ण कर सत्ता मे आये और मुस्लिम चुप रहे। लिंचिंग किया मगर मुस्लिम चुप रहे, फिर तीन तिलाक़ किया और 370 कर दिया।

आज 2019 मे चीन “हाईपर-पावर” हो गया, 1980 के बाद भारत मे जो व्यवसायी पैदा हुऐ वह सब पैसा लेकर भाग गये या “धूल चाट” रहे हैं और अर्थव्यवस्था पचास साल पीछे हो गई।

आज ठाकरे के बेटा और मराठा लोग “सोनिया गॉधी” की क़सम खा कर “चाणक्य” की पदवी ले रहे हैं।Meditation कर के पता करो भारत का असल चाणक्य कौन है।