Post of 13 May 2020
मिस्र के शहर आसवान से कुछ दूर पर 36 sq.km मे दुनिया का सब से बडा 1.5 गीगावाटस (gw) का सोलर पावर प्लांट बन कर तैयार हो गया है। इस मे 60 लाख सोलर पैनल है जो 16 लाख घर को बिजली चौबीस घंटा दे गे। 1970 मे आसवान मे एक बहुत बडा नील नदी पर “आसवान डैम” भी बना है जो सिंचाई और बिजली पैदा करती है।
इस सोलर पावर प्रोजेक्ट पर 21 बहुराष्ट्रीय कम्पनी काम कर रही है जिस मे 16 ईजिपट की हैं। इस मे दुबई और आबूधाबी के इस्लामिक बैंक और क्रेडिट सुईस बैंक ने पैसा लगाया है।
इस से पहले Morocco (मराक़श) मे $400 million मे 3,000 हेक्टेयर (3,500 फ़ुटबॉल मैदान) मे 580 मेगावाट (mw) का दुनिया का दूसरा बडा सोलर पावर प्लांट बना।
अरब दुनिया मे रेगिस्तान होने के कारण आबूधाबी, कुवैत, ओमान और कतर मे सोलर पावर प्लांट हैं जो कुल मिला कर 9 गीगावाट (gw) बिजली पैदा कर रहे हैं।2008 से 2018 तक, अरब जगत मे सोलर पावर की क्षमता बारह (12) गुणा बढ़ा है। इस को 2025 तक बढ़ा कर 40 (gw) करने की योजना है।
कहा जाता है कि न्यूयार्क शहर को दिन भर बिजली सूर्य से दीया जा सकता है मगर रात मे संभव नही है क्योकि उतनी जगह नही है कि बडी बडी लिथियम बैटरी रख कर बिजली स्टोर किया जा सके। यह केवल औसट्रेलिया, अफ्रिका और मिडिल इस्ट मे जहॉ रेगिस्तान या ख़ाली ज़मीन बहुत है वहॉ यह संभव है।
“मराक़श ता नजद व हेजाज़ व शाम, इसतांबूल व अंक़राह् नौ के आहंग
क़ाहेरा ता बग़दाद व बसरा व क़ुम ता बल्ख व बदखशॉ यक रंग”
(इमरान बल्खी साहेब)
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