Post of 23 January 2025

*Bhagwat said, “Bharat Vishwaguru”

*Modi said, “Make in India”

*Trump said, “Golden Age of US”

*Macron said, “Buy Europe”

दस साल पहले 26 जनवरी 2015 को बराक ओबामा की भारत यात्रा मे जो ड्रामा हुआ उस को पुरी दुनिया ने नोट किया था। वैसा ही ड्रामा तीन दिन से ट्रम्प अमेरिका मे कर रहे हैं, इस को भी पूरी दुनिया ने नोट किया है। ट्रम्प के ड्रामा का भी हश्र भारत के ड्रामा के तरह होगा।

हम ने 2015 जनवरी ड्रामा के बाद ही कहना शुरू किया था कि यूरोप और एशिया अब भारत को दूसरा चीन नही बनने दे गा और पिछले 11 साल मे भारत विश्वगुरु नही बन पाया।

*हमारे विश्व प्रख्यात दार्शनिक मोहन भागवत ने 2014 मे नारा दिया था भारत “विश्वगुरू” बने गा मगर पिछले दस साल मे भारत मे ग़रीबी बढ़ी और हम लोगो ने पुरी दुनिया को भारतीय प्रवासियों के रूप मे मज़दूर और लेबर दिया, जिस का नतीजा है कि ट्रम्प अमेरिका से 18000-80000 भारतीय लेबर को घुसपैठिए कह कर वापस करने वाले हैं।

*ट्रम्प ने दो दिन पहले “गोल्डन ऐज ऑफ अमेरिका” का नारा दिया है और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस मे विश्वगुरु बन्ने का ख़्वाब दिखाया है मगर यह $500 billion आये गा कहॉ से यह नही बताया?

*जिस तरह से हमारे मोहन भागवत का “विश्वगुरु” के ख़्वाब को “मंदिर-मस्जिद” ने बर्बाद कर दिया, उसी तरह से ट्रम्प का ख़्वाब इन की “गर्लफ़्रेंड इसराइल” कि वजह कर ख़्वाब ही रह जाये गा।

*दुनिया का वर्ल्ड आर्डर बदल चूका है और “मिडिल ईस्ट- तुर्की- चीन- रूस- ईरान (METRIC) का वर्ल्ड आडर शुरू हो गया है। मिडिल ईस्ट और चीन अमेरिका मे पैसा नही लगाये गा बल्की अपने देश मे एआई पर शोध करें गे और सर्वर लगायें गें। ट्रम्प के अमेरिका को $100 billion भी नही मिले गा।

#नोट: कल जर्मनी के चांसलर शुल्ज़ पेरिस पहुँचे और मैकरोन ने प्रेस के सामने नारा “बाई यूरोप” का लगा दिया। मैकरोन फ़रवरी मे पेरिस मे एआई सम्मेलन कर रहे हैं, मगर इन को भी पैसा नही मिले गा, सिर्फ़ भारत से लेबर मिले गा।

‘आ रही है चमन से बू-ए-कबाब’
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman कल यह शेर Athar Ali Khan साहेब के वाल पर पढ़ा और बहुत पसंद आया।

“आ रही है चमन से बू-ए-कबाब’
किसी बुल्बुल का दिल जला होगा”