Post of 6th February 2021

कल एक विडिव अजीत इंजुम ने बागपत से सांसद रहे भूतपूर्व कृषि मंत्री सोमपाल शास्त्री से साक्षात्कार का डाला था जिस को हजारो लोगो ने सूना और देखा है।

इस मे देखिये सोमपाल जी कैसे चतुराई से जाट जाति की बड़ाई करने मे झूठ बोल गये कि “अमीर तैमूर जब भारत आया तो दिल्ली से हरिद्वार कब्जा करने जा रहा था तो एक जाट ने उस के छाती मे भाला मारा और वह उसी ज़ख़्म को लेकर वापस गया और उसी ज़ख़्म से उस का देहांत हुआ और यह बात सोमपाल जी को स्रवखाप पंचायत के लेख मे रेकौडेट मिला है” अपने बात मे वज़न के लिये इब्ने बतूता का भी हवाला दिया।

देखये सोमपाल जी ऐसे हिन्दुस्तान के बडे ख़ानदानी लोग अपनी और अपनी जाति की बड़ाई बताने मे #झूठ पब्लिक मे बोल कर रेकौड करवाते हैं।

मेरे पिता जी मोहम्मद बदीउज्जमान साहेब जो इतिहास मे एमऐ थे उन्होंने अपने किताब मे लिखा है “अमीर तैमूर ने चौदहवीं सदी के आखिर मे हिन्दुस्तान पर हमला किया और तुग़लक़ खांदान की हकूमत को ख़त्म कर दिल्ली का बादशाह बना और खिज़र खॉ को दिल्ली मे अपना वायसराय बना कर वह उसी साल 1399 मे वापस हिन्दुस्तान से चला गया”

हम 2015 मे समरकंद मे अमीर तैमूर के क़ब्र पर गये हैं जो जेड (Jade) के किमती हरे पत्थर से ढका है और बहुत ख़ूबसूरत कमरा मे है।अमीर तैमूर भारत से जाने के बाद और जगह हमला किया और अपनी सल्तनत को बढ़ाया और 1405 मे कजाकिस्तान मे निमूनिया से मरा। भारत से जाने के बाद वह 6 साल ज़िंदा रहा और 68 साल की उमर मे मरा।

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अजीत अंजुम बिहार के पढे लिखे भूमिहार खांदान से हैं। मेरे पिता जी ने हम को कहा था, बिहार के महान विद्वान भूमिहार नेता श्री बाबू को पंडित नेहरू जी हर वह किताब भेजते थे जो उन को लोग विदेश से भेजता था और जब मिलते थे तो किताब पर डिस्कस करते थे।अजीत किताब के बीच मे बैठे हैं मगर लगता है पढते नही हैं सिर्फ नूमाईश के लिये रखे हैं।

अजीत कृप्या कर के झूठ विडिव मे बात नही देखाव वरना भविष्य मे कोई दूसरा सोमपाल जी का हवाला देकर एतिहासिक झूठ बोल देगा।