18 April 2023
चार दिन से सूडान मे जेनरल बुरहान और जेनरल हमदान दक़लू के बीच सत्ता की लडाई पश्चिमी पावर (अमेरिक-यूरोप-इंगलैड) और रूस-चीन-अरब देशो की अफ्रिका मे आखरी लडाई है।
जेनरल बुरहान जो सूडान आर्मी के चीफ हैं उन को अमेरिका, यूरोप और मिस्र की सेना का सपोर्ट है और जेनरल हमदान जिन की Rapid Support Forces (RSF) की एक लाख ट्राईबल फौज है उन को सऊदी अरब, यूएई और तुर्की का सपोर्ट है।
जेनरल बुरहान ने ट्रम्प के “अब्राहम एकोर्ड” को सपोर्ट कर इस्राईल से दोस्ती की बात कर अपने मूल्क पर सैंगशन्स मे कमी करवाई थी, जिस के खेलाफ जेनरल हमदान और सूडान के लोग थे।
सूडान अफ्रिका का तीसरा बडा देश है और तेल, यूरेनियम, सोना वहॉ बहुत है।सूडान Red Sea मे पडता है जहॉ से पश्चिमी देशो को तेल और गैस की आपूर्ति होती है।चीन और तुर्की वहॉ पहले से जिबूटी, सोमालिया, इथियोपिया मे मौजूद हैं।
इथियोपिया के टिगरे (Tigray) मे अमेरिका ने दो साल पहले गृह युद्ध करवाया था मगर असफल रहा।सोमालिया मे भी अमेरिका का अल-शबाब आतंकी संगठन हार रहा है।पूरे अफ्रिका से चीन-रूस-तुर्की ने अमेरिका, फ्रांस, यूरोप को चुन चुन कर निकाल दिया।यह सूडान आखरी पडाव अमेरिका का है।
चार दिन के लडाई मे ब्रिटीश दूतावास के लोग बंकर मे रह रहे हैं, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन के राजनयिक पर हमला हुआ और राजधानी मे हवाई हमला हो रहा है।
पूरे मामला मे तुर्कीया के अरदोगान चुप हैं, सऊदी अरब और यूऐई शांति बनाये रखने का ब्यान दे रहे हैं, यमन शांत हो गया, ईरान मे रमज़ान मे अमन रहा, इराक़ और सीरिया के मंत्री सऊदी अरब घूम रहे हैं।
#नोट: यह लडाई अमेरिका ने शुरू कराई है क्योकि सूडान के जेनरल हमदान ने रूस के नेवी जहाज़ को सूडान के बंदरगाह पर रूकने की एजाज़त दिया था।
देखना है कि अमेरिका और यूरोप का अफ्रिका मे यह आखरी पडाव तुर्की के चुनाव के बाद कब ख़त्म होता है?