Post of 30 May 2022
सल्तनते उस्मानिया जो औटोमन एम्पायर के नाम से भी जाना जाता है, वह 1300 AD मे तुर्की के अमीर उस्मान बे ने कायम किया।औटोमन सल्तनत यूरोप, एशिया, अफ्रिका मे ग्रीस, हंगरी, बुलगारिया, रूमानिया, अल्बानिया, सर्बिया, बोसनिया, क्रोएशिया, मेसोडोनिया, कोसोवो से लेकर यमन, सऊदी अरब, सिरिया, लिबिया, सूडान, मिस्र वगैरह तक फैली हुई थी।
औटोमन सल्तनत के सुल्तान मोहम्मद दोयम बीस साल के उम्र मे 1451 मे अपने वालिद सुल्तान मुराद (1402-1451) के इंतक़ाल के बाद तख्त पर बैठे और दो साल के प्लानिंग के बाद 1453 मे रोमन साम्राज्य के शहर कौंसटैंटनेपुल को 29 मई को फ़तह कर रसूल अल्लाह सल्लाहो एलैहेवसल्लम के 800 साल पूराने रूहानी पेशनगोई की तकमील किया। उस के बाद उन को “अल-फातेह” कहा जाने लगा।
सुल्तान मोहम्मद फातेह सब से पहले एया सोफिया गये और शुक्राना नेमाज़ पढ़ी और कहा आज से यह शहर सल्तनते उस्मानानीया का दारूलसलतन्त होगा और नाम इसतांबूल रखा यानि “इस्लाम का शहर”।
सलतन्त उसमानिया 1923 मे पहली आलमी जंग के बाद टूट कर ख़त्म हो गया।कमाल अतातुर्क पहले राष्ट्रपति बने और तुर्की की राजधानी अंकरा बना दिया और बहुत सारे मस्जिद और मद्रसा को बंद कर दिया और मस्जिद एया सोफिया को 1931 मे मयूज़ियम बना दिया जिस को सुल्तान मोहम्मद फातेह ने रोमन बादशाह से 1453 मे खरीद कर मस्जिद बनाई थी।
राष्ट्रपति अरदोगान ने अपने दस साल के कार्यकाल मे इसतांबूल मे $100 billion निवेश कर रोड, हाई-वे, हाई स्पीड ट्रेन, पुल, शांदार एयरपोर्ट, होटल वगैरह बना कर एक शांदार Cosmopolitan City बना दिया।अरदोगान ने कोरोना दौर मे जुमा के दिन 24 जुलाई 2020 को 86 साल बाद एया सोफिया को नेमाज़ पढने की मस्जिद बना दिया।
इस्लाम आने के बाद मुस्लिम सल्तनत अब्बासीद (750-1258), ग़ज़नवीद (977-1186), सेल्जूक (1037-1194), सफाविद (1501-1772), मोग़ल (1526-1857), औटोमन (1300-1922) हजारो साल बाद 1923 मे ख़त्म हुआ और पिछले सौ साल से यूरोप और अमेरिका दुनिया मे एशिया और अफ्रिका को लूट कर तरक्की करते रहे।
सौ साल बाद तेल और गैस की दौलत से एशिया और अफ्रिका के मूल्क फिर दुनिया को साथ लेकर मल्टी पोलर दुनिया मे कामयाब होंगें, इंशा अल्लाह।