Post of 26th May 2021
आज बूद्ध पूर्णिमा है और आज चॉंद पर ग्रहण भी लगा है जो पश्चिमी अमेरिका, जापान, चीन और औस्ट्रेलिया मे दिखा।जब फूल्ल मून के वक्त पूर्ण ग्रहण लगता है तो उस को “सुपर फ्लावर ब्लड मून” कहते हैं।
यही ग्रहण अमेरिका के विदेश मंत्री के इसराईल, फलस्तीन और मिस्र के दौरा पर लगा है। कल फलस्तीन के राषट्रपति महमूद अब्बास ब्लिंकन से सर्द मेहरी से मिले और पूछा कौन गारेंटी लेगा कि गाजा के फिर मकान, हास्पिटल और स्कूल बन्ने के बाद फिर इसराईल उस को दो साल बाद या दस साल बाद बम से नही गिराये गा।
अभी तक जौसेफ बाईडेन के ग़ाज़ा के reconstruction के लिये दुनिया का कोई मूल्क एक पैसा नही दिया है।मिडिल इस्ट का सभी देश चुप है, केवल मिस्र ने $500 million की बात बाईडेन के पहले कहा था।
नीचे दो तस्वीर देखये एक सुपर फ्लावर ब्लड मून की है और दूसरी ब्लिंकन के मिस्र के राषट्रपति सीसी से आज मिलने जाते दरवाजे की है।ब्लिंकन के लिये दरवाज़े का दोनो पट नही खोला गया, वह आधे बंद दरवाजे से अंदर गये हॉल मे जहॉ सीसी बैठे थे।
इस तरह की बात अंजाने मे नही होती है।दरवाजे का एक पल्ला बंद रखना बता रहा है कि अमेरिका का मिडिल इस्ट मे engagement policy मे ग्रहण लग चुका है, दरवाज़ा बंद हो रहा है।
दो महीना बाद चीन, मिडिल ईस्ट और पाकिस्तान पर नज़र रखीये गा और अमेरिका को इन देशो के साथ झूकते देखये गा।