2nd February 2021 Post on FB

एक सैयद साहेब थे। कभी पूरे ऐलाक़ा मे उन की तूती बोलती थी मगर 1947 मे उन का घर शेख-सैयद मे बँट गया।शेख साहेब को सैयद साहेब से बनी नही और हर बात मे नोक झोंक करने लगे। सैयद साहेब समझाते थे तु तो मेरा ही था क्यो हम से नाख़ुश रहता है।

सैयद साहेब के मकान मे कुछ पत्थरीली जमीन थी उन्होने पठान को दे दिया। वक्त गुज़रता गया और शेख साहेब की औलाद जवान हो गई और लगी सैयद साहेब और उन की बहन जो कुछ दूरी पर रहतीं थी उन को भी छेड़ने और तंग करने।

एक दिन सैयद साहेब ने पैठान को बोला कर कहा तूझ को सब से पहले हम ने (1950) पहचाना जब कोई इस एलाक़ा मे तुम को नही पहचानता था। सब से पहले हम तुमहारे घर आना जाना शुरू (1951) किया।हम ने तुम का अपनी जमीन देकर (1962) पहचान बनाया।आज भी हम तुम को अपने घर के सामने जो समुंदर गुज़रता है वहॉ से आने जाने की एजाज़त दे रहे हैं मगर तू मेरे लिये कुछ नही कर रहा है।

पठान ने कहा आप सच कह रहे हैं, बताये हम आप की क्या ख़िदमत करें? सैयद साहेब ने कहा देखो यह शेख साहेब हम को बहुत तंग करते हैं और अब तो मेरी बहन जो दूर रहती है उस के बाल बच्चे को भी अपने ऐलाक़ा मे तंग करने लगे हैं।

पठान ने सैयद साहेब से कहा कि शेख साहेब के बाल बच्चो को बहुत दूर मोहल्ला के पोप के लोगों ने गल्तफहमी पैदा कर दिया है कि वह शेख को विश्वगुरू बना दे गा।पोप लोगो के भरोसे यह आप को तंग करता है मगर यह भूल जाता है कि आप के रिश्तेदार बहुत बडे और पैसा वाले लोग हैं।उन के तेल से तो हम और पूरी दुनिया और शेख भी अपने घर मे दिया जलाते हैं।पठान ने कहा आप चिंता नही किजये, हम रास्ते पर ला देंगें।

इधर एक दो साल से पठान हर कुछ दिन पर शेख साहेब की जमीन कब्जा कर के झोंपड़ी बनाने लगा मगर शेख के बच्चे फिर भी नही सुधरे क्योकि पोप के बच्चों ने बहुत गुमराह कर रखा है।कल तो पठान ने हद कर दिया शेख के साथ पोप के लोगों को भी डरा दिया, सैयद साहेब के बहन के पड़ोसी मे उथल पथल कर दिया।

अब उमीद है, भविष्य मे पठान के डर से शेख साहेब की नई पिढी सैयद साहेब की नई पिढी के साथ पहले के तरह प्यार और मोहब्बत से रहे गी और दुआ है पठान को शेख साहेब की जमीन कब्जा कर तंग करने की आदत से नजात देलाये गी।