मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ के वालिद डाक्टर मोहम्मद ख़लील थे और वालेदह का नाम बीबी नफ़ीसा था। बदिउज़्ज़मॉ की पैदाइश 22 अगस्त 1922 की है और वफात 9 सितंबर 2009 को हारून कॉलोनी, फुलवारीशरीफ, पटना में हुआ। उन की शादी… Continue Reading →
डाक्टर मोहम्मद ख़लील मोहम्मद ख़लील के बुज़ुर्ग शेख़ अमानत हुसैन बिहार के शाहाबाद के बक्सर के जगदीशपुर के बाबू कुंवर सिंह, जो 1857 की ग़दर के मशहूर इंक़लाबी लीडर थे के साथियों में थे। ग़दर के हंगामे के बाद शेख़… Continue Reading →
FB Post of 25 October 2023 “न वह इश्क़ में रहीं गर्मियाँ, न वह हुस्न में रही शोख़ियाँन वह ग़ज़नवी में तर्डप रही, न वह ख़म है ज़ुल्फ-ए-ऐयाज़ में” हमारे आदरणीय विश्वप्रख्यात दार्शनिक, इतिहास वेत्ता, धाराप्रवाह हिन्दी वाचक डाक्टर मोहन… Continue Reading →
Post of 12 October 2023 मोहम्मद बदिऊज़्ज़मॉं साहेब अपनी किताब “इक़बाल की जोग़राफिआई और शख़्सियतों से मंसूब इस्तलाह” मे लिखते हैं कि इक़बाल के कलाम मे “मसीह” की इस्तलाह क़ुरआनी है। ज़मॉं साहेब लिखते हैं कि कुरआन की सूरह नेसा… Continue Reading →
Post of 23 August 2023 Khursheeid Ahmad साहेब ने गुलाम नबी आज़ाद के आदम एलैहिस्सलाम और “घर वापसी” वाले मुद्दा के ब्यान पर एक शांदार पोस्ट किया।हम ख़ुर्शीद साहेब के पोस्ट और Athar Ali Khan साहेब के कौमेंट को जोड… Continue Reading →
Post of 29 June 2023 جذبِ حرم سے ہے فروغ انجمنِ حجاز کااس کا مقام اور ہے، اس کا نظام اور ہے मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी किताब “इकबाल की जोग़राफियाई और शख़्सियतओं से मंसूब इस्तलाहात” में इक़बाल के हिजाज़… Continue Reading →
Post of 26-01-2023 “تو ابھی رہگزر میں ھے، قید مقام سے گزرمصر و حجاز سے گزر، پارس و شام سے گزر” मिस्र और मेसोपोटामिया दुनिया की सब से प्राचीन सभ्यता है।प्राचीन मिस्र के भगवान, देवी और देवताओं के मंदिर और… Continue Reading →
Post of 6th January 2023 बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने महाराष्ट्रा के चंद्रापुर जिला मे एक मुस्लिम सूफी के मज़ार पर जाकर चादर और फूल रखा। नड्डा बिहार मे पैदा हुऐ और पटना विश्वविद्यालय मे इन के पिता एनएल… Continue Reading →
Post of 31-12-2022 इस सदी मे साल 2022 ने दुनिया बदल दी।जिन नौजवानों ने यह साल देखा है, उन की पूरी जिंदगी इस साल को याद रखे गी क्योकि यह साल सौ साल से चली आ रही दुनिया के जिओपौलिटिक्स… Continue Reading →
Post of 13 November 2022 “कोई तक़दीर की मनतिक़ समझ सकता नही वरना न थे तुर्कान् उसमानी से कम तुर्कान् तैमूरी” (इक़बाल) “کوئ تقدیر کی منطق سمجھ سکتا نہی ورنہ نہ تھے ترکان عثمانی سے کم ترکان تیموری” मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ… Continue Reading →
Post of 22 October 2022 Faisal Mohammad Ali साहेब ने आरएसएस के स्थापना दिवस और #विजयादशमी के अवसर पर हिन्दु से बौद्ध धर्म अपनाने के नागपुर मे 66 सालो से जारी धर्म परिवर्तन कर “बौद्ध धम्म दीक्षा” की जानकारी दिया।… Continue Reading →
Post of 20 September 2022 زمستانی ہوا میں گرچہ تھی شمشیر کی تیزینہ چھوٹے مجھ سے لندن میں بھی آداب سحر خیزی कल सुबह दुनिया के मशहूर अंतरराष्ट्रीय चैनल्स BBC, CNN, Sky, Al Jazeera वहैरह सभों ने लगातार 8-10 घंटा… Continue Reading →
Post of 11 September 2022 اک ولولۂ تازہ دیا میں نے دلوں کولاہور سے تا خاک بخارا و سمرقند 15-16 सितम्बर को उजबेकिस्तान के एतिहासिक शहर समरक़ंद मे “SCO Summit 2022” हो रहा है जिस मे रूस के राष्ट्रपति पुटिन,… Continue Reading →
Post of 7 September 2022 1931 नवम्बर मे इक़बाल लंदन से वापसी मे रोम गये।उस वक्त ईटली के प्रधानमंत्री मुसोलिनी (Benito Mussolini) थे।मुसोलीनी को जब पता चला कि इक़बाल रोम मे हैं तो उस ने अपने एक सटाफ से कहला… Continue Reading →
Post of 27 July 2021 “अमल से ज़िन्दगी बनती है जन्नत भी जहन्नम भीये ख़ाकी अपनी फ़ितरत में न नूरी है न नारी है” इक़बाल का यह शेर उन की नज़म “तुलूए इस्लाम” का एक बंद है। मोहम्मद बदिऊज्जमॉ साहेब… Continue Reading →
25 June 2022 Post “मै असल का ख़ास सोमनातीआबा मेरे लाती व मनातीतु सैयद हाशमी की औलादमेरे कफ़े ख़ाक ब्राह्मण ज़ाद” (इक़बाल) कल मेरे “14 BRICS Summit & Vande Matram” के पोस्ट पर Mozaffar Haque साहेब ने पंडित जवाहर लाल… Continue Reading →
Post of 9th May 2022 कल अल जज़ीरा टी वी पर एक साक्षात्कार में बैतुलमोकद्दस के पूर्व मुफ़्ती एकरिमा साबरी ने कहा कि जब खलीफा उमर बिन खत्ताब ने 638 ईसवी में बैतुलमोकद्दस मे रोमन पेट्रिआर्क (रोमन बुज़ुर्ग) से एक… Continue Reading →
Post of 7th May 2022 मोहम्मद बदिऊज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी किताब में इक़बाल के सोमनाथ वाली इस्तलाह पर प्राचीन अरब दुनिया के औरत देवियों के बारे में तफ़सील से क़ुरआन की रौशनी सुरह नज़्म का हवाला दे कर लिखा है।इक़बाल… Continue Reading →
Post of 6th May 2022 بسم اللہ الرحمان الرحیم ہے یاد مجہے نکتہ سلمان خؤش آہنگ دنیا نہی مردان جفا کش کے لئے تنگچیتے کا جگر چاہۓ، شاہیں کا تجسؔجی سکتے ہیں بے روشنی دانش و فرہنگ (اقبال) इंग्लैंड के… Continue Reading →
Post of 6th March 2022 بوے گل لے گئی بیرون چمن راز چمنکیا قیامت ہے کہ خود پھول ہیں غماز چمن عہد گل ختم ہوا’ ٹوٹ گیا ساز چمن اڑ گیے ڈالیوں سے زمزمہ پرداز چمن (اقبال-جواب شکوہ) President Putin… Continue Reading →
Post of 16 February 2022 “हज़ारो साल नर्गिस अपनी बे-नूरी पर रोती हैबडी मोशकिल से होता है चमन मे दिदह वर पैदा” यह शेर ईक़बाल की नज़म “तुलुऐ इस्लाम” का एक बंद है जिस को मोहम्मद बदीउज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी… Continue Reading →
“ہمت ہو اگر تو ڈھونڈ وہ فقر جس فقر کی اصل ہے حجازی” अरब स्प्रिंग के ओबामा के साथी बाईडेन एक साल मे अख़िर शाह सलमान के सामने साष्टांग डंडवत कर लिया और कल सऊदी अरब तेल अधिक मात्रा मे… Continue Reading →
7th October 2021 Post “اے موج دجلہ تو بھی پہچانتی ھے ھم کو اب تک ھے تیرا دریا افسانہ خواں ھمارا “ “ए मौज दजला तू भी पहचानती है हम कोअब तक है तेरा दरिया अफ़साना खॉ हमारा” (इक़बाल) दो… Continue Reading →
Post of 10th November 2021 मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी किताब “इक़बाल के कलाम मे क़ोरानी तलमिहात और क़ोरानी आयात के मनज़ूम तरजुमे” मे लिखा है कि कलमा #तैय्यबह ला इलाहा इल्लल्लाह का ज़िक्र क़ोरान करीम की सूरह इब्राहिम की… Continue Reading →
इक़बाल के आब-व-अज्दाद कश्मीरी ब्राह्मण थे जिन का गोत्र सपरू था। 17वी सदी के दरम्यान एक सैयद द्रवेश के हाथो यह खानदान ने इस्लाम कबूल किया। पहले शक्स जिस ने इस्लाम कबूल किया उन का नाम सालेह रखा गया, जो… Continue Reading →
Post of 23 October 2021 कल Khursheeid Ahmad साहेब का “हीन-भावना” का एक शांदार पोस्ट पढा।उर्दु और हिन्दी नाम वाले सब लोग वह पोस्ट पढे और खास कर वह पढें जो सौ साल से सोंचते और कहते हैं, “भारत को… Continue Reading →
Post of 31st August 2021 توحید کی امانت سینوں میں ھے ھمارےآساں نہیں مٹانا نام و نشاں ہمارا (اقبال) हम लोगो ने ज़हीरउद्दीन बाबर की फ़तह नही देखी, मगर जो नस्ल अभी है उस ने अफगानी लोगो के जद्दोजहद का… Continue Reading →
FB Post of 24th August 2021 तालेबान द्वारा 40 साल बाद अफगानिस्तान की आजादी के, कल उजबेकिस्तान के राजदूत ने पाकिस्तान के साथ मिल कर मोगल बादशाह ज़हीरउद्दीन “बाबार” और मिर्ज़ा असदुल्लाह बेग “गालिब” पर एक यादगार फिल्म बना कर… Continue Reading →
خاک مشرق پر چمک جاے مثال آفتابتا بدخشاں پھر وہی لعل گراں پیدا کر(اقبال) खबर है कि अशरफ ग़नी ने दोहा मे यह ख़त भेजा है कि वह तालेबान के साथ पावर शेयर करने को तैयार है और तालेबान ने… Continue Reading →
Post of 27th July 2021 “अमल से ज़िन्दगी बनती है जन्नत भी जहन्नम भीये ख़ाकी अपनी फ़ितरत में न नूरी है न नारी है” इक़बाल का यह शेर उन की नज़म “तुलूए इस्लाम” का एक बंद है। मोहम्मद बदिऊज्जमॉ साहेब… Continue Reading →
4th July 2021 Post “ब्राह्मी नजर जरा मोशकील से पैदा होती हैहवस छुप छुप के सिनों मे बना लेती हैं तस्वीरें” (इक़बाल) अरब दुनिया मे यह बहुत मशहूर कहावत है कि “आदमी वक्त से डरता है, मगर वक्त पिरामिड से… Continue Reading →
इस दश्त ए जिगरताब की ख़ामोश फ़ज़ा में फ़ितरत ने फ़क़त रेत के टीले किए तामीर अहराम की अज़मत से नगूँ सार हैं अफ़लाक किस हाथ ने खींची अबदियत की यह तस्वीर ! (#इक़बाल) कहते हैं कि #pyramid बनाने पर… Continue Reading →
आदरणिय विश्व प्रसिद्ध, धारा प्रवाह मधुर भाषी दार्शनिक डाक्टर मोहन जी कृप्या जागये और एशिया के मुख्य धारा मे बहना सिखये क्योकि कल देखा बाईडेन-पुटिन समीट कामयाब नही हुआ। दोनो एक दूसरे से मूँह चोरा रहे थे क्योकि अमेरिका के… Continue Reading →
मोहम्मद बदिऊज्ज़मॉ साहेब ने अपने इक़बाल के इस्तलाह वाली किताब “ईक़बाल की जोग़राफिआई और शख़्सियतयो से मनसूब इस्तलाह” मे लिखते हैं कि “1876 दुनिया के तारीख़ मे खास कर यूरोप के तारीख़ मे “कट ऑफ डेट” की हैसियत रखता है।… Continue Reading →
Post of 6th march 2021 وہ سکوت شام صحرا میں غروب آفتابجس سے روشن تر ھوئی چشم جہاں بین خلیل(محمد اقبال) Pope Francis has urged Iraq’s Muslim and Christian religious leaders to put aside differences and work together for peace… Continue Reading →
FB Post of 19-12-2020 सोहबत पीरू रोम से मुझ पे हुआ यह राज़ फ़ाश लाख हकीम सर ब जीब, एक कलीम सर ब कफ” (इक़बाल) मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ साहेब अपनी किताब मे लिखते हैं मोहम्मद इक़बाल मौलाना जलालउद्दीन रूमी को अपना… Continue Reading →
امتیں گلشن ہستی میں ثمر چیدہ بھی ھیںاور محروم ثمر بھی ھیں’ خزاں دیدہ بھی ھیں In Life’s old garden nations livedWho all its fruits enjoyed,While others longed in vain, while someThe winter blasts destroyed; (Muhammad Iqbal’s Jawab e Shikwah:… Continue Reading →
Allah says in the Quran: “who saves one human life, it is as if he has saved all mankind” – (5:32) Hakim Bu Ali Sina was born in 980 AD, in a village of Bokhara, Uzbekistan (at that time, part… Continue Reading →
“हज़ूर हक़ मे इसराफिल ने मेरी शिकायत कीयह बन्दा वक़्त से पहले क़यामत कर न दे पैदा” इकबाल का यह शेर आज अरदोगान की नजर।इकबाल तवारीख़ को जानते थे यह शेर हवा मे नही कह दिया के इसराफिल अ० अल्लाह… Continue Reading →
FALCON is called Shaheen in Persian, Uqab or Saqar in Arabic (صقر، عقاب، شاھیں) Falcons are GYRFALCON (white falcon), Saker falcon and Peregrine falcon. Their wings are spanning up to 120 cm and capable of reaching speed over 320 kmph…. Continue Reading →
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