Post of 18 December 2023 रूमी का नाम मोहम्मद और लक़्ब जलालुद्दीन है, पैदाईश 604 हिजरी मे बल्ख़ में हुई, 6 साल की उम्र में वालिद के साथ हिजरत कर निशापुर आये। इसी उम्र में खाजा फरीदऊद्दीन अत्तार उन के… Continue Reading →
Post of 12 October 2023 मोहम्मद बदिऊज़्ज़मॉं साहेब अपनी किताब “इक़बाल की जोग़राफिआई और शख़्सियतों से मंसूब इस्तलाह” मे लिखते हैं कि इक़बाल के कलाम मे “मसीह” की इस्तलाह क़ुरआनी है। ज़मॉं साहेब लिखते हैं कि कुरआन की सूरह नेसा… Continue Reading →
Post of 25th December 2022 मोहम्मद बदिऊज़्ज़मॉं साहेब अपनी किताब “इक़बाल की जोग़राफिआई और शख़्सियतों से मंसूब इस्तलाह” मे लिखते हैं कि इक़बाल के कलाम मे “मसीह” की इस्तलाह क़ुरआनी है। ज़मॉं साहेब लिखते हैं कि कुरआन की सूरह नेसा… Continue Reading →
Post of 13 November 2022 “कोई तक़दीर की मनतिक़ समझ सकता नही वरना न थे तुर्कान् उसमानी से कम तुर्कान् तैमूरी” (इक़बाल) “کوئ تقدیر کی منطق سمجھ سکتا نہی ورنہ نہ تھے ترکان عثمانی سے کم ترکان تیموری” मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ… Continue Reading →
Post of 27 July 2021 “अमल से ज़िन्दगी बनती है जन्नत भी जहन्नम भीये ख़ाकी अपनी फ़ितरत में न नूरी है न नारी है” इक़बाल का यह शेर उन की नज़म “तुलूए इस्लाम” का एक बंद है। मोहम्मद बदिऊज्जमॉ साहेब… Continue Reading →
Post of 9th May 2022 कल अल जज़ीरा टी वी पर एक साक्षात्कार में बैतुलमोकद्दस के पूर्व मुफ़्ती एकरिमा साबरी ने कहा कि जब खलीफा उमर बिन खत्ताब ने 638 ईसवी में बैतुलमोकद्दस मे रोमन पेट्रिआर्क (रोमन बुज़ुर्ग) से एक… Continue Reading →
Post of 7th May 2022 मोहम्मद बदिऊज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी किताब में इक़बाल के सोमनाथ वाली इस्तलाह पर प्राचीन अरब दुनिया के औरत देवियों के बारे में तफ़सील से क़ुरआन की रौशनी सुरह नज़्म का हवाला दे कर लिखा है।इक़बाल… Continue Reading →
Post of 6th May 2022 بسم اللہ الرحمان الرحیم ہے یاد مجہے نکتہ سلمان خؤش آہنگ دنیا نہی مردان جفا کش کے لئے تنگچیتے کا جگر چاہۓ، شاہیں کا تجسؔجی سکتے ہیں بے روشنی دانش و فرہنگ (اقبال) इंग्लैंड के… Continue Reading →
Post of 10th November 2021 मोहम्मद बदिउज़्ज़मॉ साहेब ने अपनी किताब “इक़बाल के कलाम मे क़ोरानी तलमिहात और क़ोरानी आयात के मनज़ूम तरजुमे” मे लिखा है कि कलमा #तैय्यबह ला इलाहा इल्लल्लाह का ज़िक्र क़ोरान करीम की सूरह इब्राहिम की… Continue Reading →
इक़बाल के आब-व-अज्दाद कश्मीरी ब्राह्मण थे जिन का गोत्र सपरू था। 17वी सदी के दरम्यान एक सैयद द्रवेश के हाथो यह खानदान ने इस्लाम कबूल किया। पहले शक्स जिस ने इस्लाम कबूल किया उन का नाम सालेह रखा गया, जो… Continue Reading →
خاک مشرق پر چمک جاے مثال آفتابتا بدخشاں پھر وہی لعل گراں پیدا کر(اقبال) खबर है कि अशरफ ग़नी ने दोहा मे यह ख़त भेजा है कि वह तालेबान के साथ पावर शेयर करने को तैयार है और तालेबान ने… Continue Reading →
मोहम्मद बदिऊज्ज़मॉ साहेब ने अपने इक़बाल के इस्तलाह वाली किताब “ईक़बाल की जोग़राफिआई और शख़्सियतयो से मनसूब इस्तलाह” मे लिखते हैं कि “1876 दुनिया के तारीख़ मे खास कर यूरोप के तारीख़ मे “कट ऑफ डेट” की हैसियत रखता है।… Continue Reading →
Post of 11th May 2021 आज Azmi Bari साहेब से पता चला जनाब अक़ील हैदर साहेब जो 1980 के दश्क मे पटना से कांग्रेस के एम एल ऐ रहे थे, उन का इंतक़ाल हो गया। पढ कर बहुत अफसोस हुआ।… Continue Reading →
“रूस के राष्ट्रपति पुटीन ने कल सऊदी अरब के अपने राज्यकिय दौरा मे शाह सलमान को रूसी “सूफ़िद शाहिन” (GYRFALCON) उपहार मे दिया है” Falcon को फ़ारसी मे शाहिन, अरबी मे ओक़ाब कहते है। इसकी कई नस्ल है मगर तीन… Continue Reading →
This qawwali was sung by Farid Ayaz and Abu Muhammed, a prominent qawwali group in Pakistan. Farid Ayaz and Abu Muhammad trace their lineage back to Mian Samat bin Ibrahim who was mentored by Hazrat Amir Khusro of Nezamuddin Aualiya… Continue Reading →
FALCON is called Shaheen in Persian, Uqab or Saqar in Arabic (صقر، عقاب، شاھیں) Falcons are GYRFALCON (white falcon), Saker falcon and Peregrine falcon. Their wings are spanning up to 120 cm and capable of reaching speed over 320 kmph…. Continue Reading →
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