Post of 4 August 2022

24 फरवरी को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया और दुनिया/यूरोप 1973 के अरब-इस्राईल वार के तेल संकट से बडे तेल/गैस संकट मे फंस गई।यूरोप और उस की अर्थव्यवस्था इस तेल/गैस संकट से महंगाई और मुद्रा स्फीति के जाल मे फंस कर अपने दो सौ साल के दुनिया मे प्रभाव के शिराज़ा को बिखरते देख रहा है।

दो दिन पहले अमेरिका की सांसद नैनसी पेलोसी ने ताईवान जा कर यूरोप और अमेरिका के दुनिया मे प्रभाव (dominance) को अपने पैर पर चार कुल्हाडी मार कर ख़त्म कर दिया।

ताईवान मे 31 दिसंबर 1978 तक अमेरिका का दूतावास था और राष्ट्पति कार्टर ने 1 जनवरी 1979 से चीन का हिस्सा मान कर वहॉ दूतावास बंद कर दिया।1979 मे सोवियत संघ अफगानिस्तान को कब्जा कर लिया। वक्त गुज़रता गया और अमेरिका चीन को महाशक्ति बनाता रहा।अमेरिका अपने आविष्कार तथा पेटेंट (Patent) को चीन तथा ताईवान को देता रहा और उसी मे ताईवान मे Taiwan Semiconductor Manufacturing Company Ltd. (TSMC) एशिया की सब से बडी और दुनिया की 10 वीं बडी कम्पनी हो गई।

TSMC दुनिया का best quality semiconductor बनाता है जो दुनिया की दूसरी कम्पनी नही बना सकती है क्योकि उस का “trade secret” वैसा ही है जैसा Coca Cola का है।किसी भी देश की कोई कम्पनी अपनी दम पर संपूर्ण स्वदेशी semiconductor नही बना सकती है, यहॉ तक के चीन भी नही बना सकता है।

TSMC का 65% revenue अमेरिका के मोबाइल, कम्प्यूटर, गाड़ी आदि इत्यादि से आता है।भारत भी चीन और साऊथ कोरिया के second grade सेमीकंडक्टर को ही आयात करता है।

आज Bank of England के गवर्नर ने व्याज दर 0.5% बढा दिया और कहा के मुद्रा स्फीति एक साल मे 13.3% हो जाये गा जो अभी 8% है।

यह ताइवान संकट अब METRIC को मंज़रे आम करे गा। कल अरदोगान पुटिन से मिलने रूस जा रहे हैं, दुआ है यूक्रेन मे जल्द cease fire हो जाये।

#नोट: आज एक कार्टून FB पर देखा जिस मे एक आदमी ने कहा “I stand with Ukraine”. यह सुन कर दूसरे ने जवाब दिया “Idiot, that’s last month. Now you stand with Taiwan”

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Some comments on the Post

Vinay Kumar Singh मेरे दो सवाल है कि सेमी कंडक्टर के मामले में भारत मे बड़ा क्रेज है या व्यापार की तैयारी समझिए लेकिन सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न यह है कि आपकी हर पोस्ट तुर्की के ओरदे गान को हीरो क्यों बनाती है। आपके हिसाब से सारी दुनिया नपुंसक है या इस्लामी ओटेमान साम्रज्य का नशा चढ़ गया है। विदेश पत्रकारिता कीआपकी शानदार पकड़ यही धूल खाती है।
धृष्टता के लिए क्षमा लेकिन सोचिएगा जरूर

  • Mohammed Seemab Zaman आप लोगो ने जरूरत से ज्यादा बहस कर दिया।
  • Mohammed Seemab Zaman, Vinay Kumar Singh साहबे, आप ने देखा यह “Grain Diplomacy” किस ने कराया। दुनिया का सारा लिडर फेल कर गया रूस जा कर पुटिन को समझा नही सका। मेरा पूराना पोस्ट सब निकाल कर देख लिजये मैकरोन, जर्मनी के चांसलर, ईरान के राषट्पति सब गये मगर पुटिन नही माना। कल फिर अरदोगान 17 दिन मे दूसरे बार पुटिन से मिलें गें। ईरान, पुटिन अरदोगान से ही मिलने गये थे।मेरा चार साल पहले का एक पोस्ट है उस मे हम ने तीन तस्वीर दिया था शी जिंपिंग, पुटिन और अरदोगान का और लिखा था यही तीनो दुनिया मे सयासत कर रहे हैं। आज तक वह सही साबित हो रहा है।
  • Mohammed Seemab Zaman, Vinay Kumar Singh साहेब, अरदोगान को कभी चीन जाते देखा है? वह चीन को गरदानता नही है। चीन को भी पता है अरदोगान उस के दिवार से लगा कर रखते हैं। अरदोगान यूरोप की सयासत करता है और एशिया मे दख़ल नही देता है मगर सेंट्रल एशिया मे सब को मिला कर रखे हुआ है। किस ने आईजरबाईजान को उस की जमीन 30 साल बाद आरमेनिया से 2020 मे देलाया। मेरा बहुत पोस्ट है अरमेनिया लडाई पर।
  • Abdul Raheem, Vinay Kumar Singh पहले बात करने का तरीका सीखो. किसी को कोई नशा नहीं है, नज़र है बस. (और कुछ के दिल….) बाक़ी, Zaman सर की पोस्ट में MBS, MBZ, Xinping, Erdogan, नेहरू, अमर्त्य सेन वगैरह, जो deserving हैं, उन्हें हीरो बनाया जाता है, even MJ Akbar, रघुराम राजन को भी. विदेशी पत्रकारिता पर पकड़ शानदार भी है, और धूल भी? धृष्टता भी है और क्षमा भी?!
  • Vinay Kumar Singh, Mohammed Seemab Zaman आपकी पोस्ट को लेकर मैं बहुत कांसस रहता हूँ क्योंकि आप मेरे लिए वर्ल्ड पॉलिटिक्स को समझने की एक महत्वपूर्ण खिड़की हैं।
  • Anish Akhtar, Vinay Kumar Singh साहब आप एर्डोगन के हर मूव को ध्यान से देखो उसके दोनों हाथ मे बोल है वो अमेरिका रूस दोनों को टॉलरेट करता हुआ आगे बढ़ रहा है अभी जस्त आर्मीनिया अज़रबैजान में फिर झपट हो गई जबकि रूस की शांति सेना वहाँ है थोड़ा इसके मूव को समझो फ़ुटबॉल का प्लेयर है ढाई घर चलता है.
  • Vinay Kumar Singh, Anish Akhtar बिल्कुल देख रहा हूँ इसीलिए दुनिया के उस मूव को भी देख रहा हूँ जो या तो दिखाया नहीं जा रहा या दिख नहीं रहा है।आवश्यकता आविष्कार की जननी है। बस इतना समझ लीजिए आप और Mohammed Seemab Zaman साहब सब क्लियर हो जाएगा और एरदोगान का भूत भी उतर जाएगा। पेट्रोलियम भी आवश्यकता की उपज है आगे और भी विकल्प खड़े हैं।
  • Anish Akhtar, Vinay Kumar Singh साहब हमको एर्डोगन का भूत कभी भी नही रहा लेकिन नो डाउट पॉलिटिशियन शानदार है जहाँ तक विकल्प की बात है तो उसमें बहुत समय लगेगा और ये विकल्प भी इनके पास ज्यादा रहेंगे..

Shadab Samar Shandaar jankari

  • Mohammed Seemab Zaman पिछले हफ्ता CNN पर TSMC के CEO का इनटरविव Fareed Zakaria ने लिया, उस की कुछ बात यहॉ लिख दिया। फ़रीद ने कहा यह क्या है जो दूसरा नही बना सकता है, उस पर TSMC के सीईओ ने कहॉ हम यह नही बता सकते हैं तो फ़रीद ने कहा क्या यह Coca Cola वाला सेकरेट है, उस पर हँस कर बोला यही समझ लिजये।

Abdul Bari बेहतरीन पोस्ट सर. Nancy Pelosi का Taiwan दौरा चीन को मौका दे दिया जिसे वॉशिंगटन ने रीड भी कर लिया । आज सुबह से वॉशिंगटन इनके दौरे के बाद जो खाई गहरी हुई है उसे मिट्टी डालना शुरू किया लेकिन अब कोई फायदा नही है।

  • Mohammed Seemab Zaman अपने पैर पर चार कुल्हाडी मार लिया।

Skand Kumar Singh सर metric अर्थ.

Shalini Rai Rajput शतरंज की बाजी की तरह की बार उल्टी चाल चल दी जाती है सोच समझकर चलने के बाद भी

  • Mohammed Seemab Zaman हम ने 2020 अमेरिका चुनाव मे ही लिखा था “बाईडेन को दुनिया का सब पूराना नेता जानता है, यह कभी कामयाब नही होगा” वही हो रहा है।ट्रम्प दुनिया बदल कर चला गया।

Azaz Siddiqui बेहतरीन जानकारी sir, most awaited information.

  • Mohammed Seemab Zaman, Azaz Siddiqui साहेब, इस मे जो हम ने दो तस्वीर दिया है, वही काफी है लोगो को समझने के लिए। एक Fareed Zakaria का है ( Hi-Tech products around the world run on TSMC……) और दूसरा है (Fall out of Pelosi’s visit to Taiwan)कल चीन ने TSMC को “बालू/sand” जो Nano chips बनाने मे काम आता है, देना बंद कर दिया।

Kamil Khan बहुत जबरदस्त पोस्ट जिसमे बहुत गहरी बहुत सारी जानकारी भरी पड़ी हैं , और हम देख रहे हैं कि आप की पोस्ट पर अब कमेंट भी बहुत लाजवाब होते हैं , इस पोस्ट पर एक एक हिंदी नाम वाले का अर्दोगान के महत्व को लेकर कमेंट और उस पर उर्दू नाम वालों की बहस कुछ ज़्यादा हो गई फिर भी कमेंट पढ़ कर बहुत बुरा नहीं लगा
कुल मिलाकर हम देख रहे हैं के आप की फैन फैलोइंग एक अलग ही दायरे में दुनिया को देख रही है जिसका पता यहां भारत के बुद्धिजीवियों भी नहीं मालूम ,

  • Mohammed Seemab Zaman भारत मे सारा बूद्धिजीवियो और प्रेस का तब्क़ा दस साल से एक “mission” मे लगा रहा, इस वजह कर लोगो को पता ही नही चला, “दुनिया मे क्या हो रहा है और कौन कर रहा है?” अभी तो दो साल मे बहुत कुछ होना है।
  • Sirajuddin Zainul, Kamil Khan भाई मेरा लडका कहता है आपके सर नजूमी है,वैसे सर को आज तक डीपी में ही देखा हु, कमाल की बात ये है लड़का fb पर नही है,जमानियत पर पढ़ता है सर को लिंक मैने ही दिया था,,अल्लाह से दुवा है जमान सर को लंबी उम्र दे और तंदुरुस्ती दे हमको और हमारे लोगो को ऐसे रहबर की जरूरत है.
  • Mohammed Seemab Zaman, Sirajuddin Zainul साहेब, बेटा को कहिए नजूमी नही है। बेटा को कहिये खूब पढो और छोटी सोंच नही रखो, तुम भी “नजूमी” बन जाओ गे।पढने लिखने वालों लड़कों को हम कहते हैं, FB पर नही रहो, zamaniyat पर जा कर पढ लो, और वह वही करते हैं। हम कोशीश करते हैं हर दो चार दिन पर कौमेंट के साथ पोस्ट ज़मानियात पर डालने की। बेटा को कहिये वहीं पढें।
  • Kamil Khan, Sirajuddin Zainul आमीन.

Ambuj Gupta Bhartiya आप शायद इस कार्टून की बात कर रहे थे। ये अंग्रेजी में था मैंने इसको हिंदी में कर दिया। बिल्ली चूहे का शिकार करेगी ही करेगी, चूहा बिल्ली को उकसाए न न उकसाए। दुनिया पर वो संकट आएगा कि बड़े बड़ों के घोड़े खुल जाने वाले हैं। समय है सब दादा मिलकर तय कर लें दुनिया में राष्ट्रवाद चलेगा या बन्दूकवाद। पर ये तय है दुनिया सिर्फ और सिर्फ शक्ति से चलेगी और शक्ति उसके ही पास होती है जिसके पास पैसा है

  • Mohammed Seemab Zaman बहुत सही लिखा है, “यूक्रेन को अब सिर्फ चार कंधा चाहिये, साथ खडा होने वाला नही”। यूरोप बहुत परिशान है जाड़ा मे क्या होगा? अभी से ही लोग डरे हुऐ हैं।

Rajesh Sharma MH-370 विमान के रहस्यमय ढंग से गायब होने और आज तक कोई भी सुराग ना मिलने के पीछे भी एक खबर यह भी रही है कि उसमें चार ऐसे वैज्ञानिक थे, जिन्होंने एक नई सेमीकंडक्टर चिप बनाई थी.
वह चिप क्या थी और उसका क्या इस्तेमाल हुआ, इसकी कोई जानकारी नहीं है…. लेकिन दुनिया में पिछले 7 साल में जो बदलाव आए हैं…. खोजने वाले खोजेंगे तो…. उस चिप से जुड़ा मिलेगा! माना जाता है कि वह रोथ्सचाइल्ड के कब्जे में हैं.