16-08-2021 Post of FB

तालेबान के दो लिडर ने कल दुनिया मे इतिहास रच दिया, जो सौ साल याद रखा जाये गा।यह इतिहास अमेरिक के बराक ओबामा और ट्र्म्प को हमेशा याद रखे गा।आतंकी बाईडेन के सर यह इतिहास हार मे डाला जाये गा।

तालेबान के सब से बडे लिडर है हैबतुल्लाह अखूनज़ादा और दूसरे कामयाब नेता हैं अबदूल ग़नी बरादर। ग़नी बरादर को ओबामा ने पाकिस्तान आईएसआई (ISI) पर दबाव डाल कर 2010 मे जेल मे डलवाया था। ट्र्मप जब राषट्रपति बने तो एक साल बाद ज़लमाई ख़लीलज़ाद के कहने पर पाकिस्तान पर दबाव डाल कर ग़नी बरादर को जेल से रेहा करवाया और कतर भेज कर तालेबान से अमेरिकी फौज की वापसी का समझौता किया।

ग़नी बरादर 1968 मे अफगानिस्तान के ऊरूजगान मे पैदा हुऐ और 1980 के दश्क मे सोवियत फौज से लडे।जब 1992 मे सोवियत रूस टूटा और बाबरी मस्जिद शहीद हुई तो बरादर ने अपने बहनोई मोहम्मद उमर के साथ मिल कर 1992 मे क़ंघार मे एक मदरसा खोला और तालेबान क्रांति शुरू किया।

पाकिस्तान के ISI के सपोर्ट से 1996 मे तालेबान ने काबूल पर कब्जा कर सत्ता हासिल किया। इस सत्ता हासिल करने मे मुल्ला उमर के सोवियत के खेलाफ लडने की सैनिक अनुभव और स्ट्रेटेजी बहुत कारगर साबित हुई।

9 सितंबर 2001 को अमेरिका मे टावर गिरने के बाद राष्ट्रपति बुश ने लाखो टन बारूद का बम गिरा कर मुल्ला उमर को सत्ता से हटा दिया, बाकी कहानी तो सब लोग देख रहे हैं।

(यह आज लंदन के गार्डियन अखबार मे छपे एक लम्बे लेख से लिया गया पोस्ट है)
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Afreen Noor translated in English

TALIBAN’S ABDUL GHANI BARADAR AND HAIBATULLAH AKHUNDZADA

Two leaders of the Taliban created history in the world yesterday, which will be remembered for a hundred years. This history will always be remembered by Barack Obama and Trump of America.

The biggest leader of the Taliban is Haibatullah Akhunzada and the other successful leader is Abdul Ghani Baradar. Ghani Baradar was imprisoned in 2010 by Obama putting pressure on Pakistan ISI. When Trump became the President, a year later, at the behest of Zalmay Khalilzad, put pressure on Pakistan to get Ghani Baradar released from prison and sent to Qatar and negotiated the withdrawal of American troops from the Taliban.

Ghani Baradar was born in 1968 in Uruzgan, Afghanistan and fought with the Soviet army in the 1980s. When Soviet Russia broke up in 1992 and the Babri Masjid was martyred, Baradar, along with his brother-in-law Mohammad Omar, opened a seminary in Kanghar in 1992 and Taliban Revolution started. With the support of Pakistan’s ISI, the Taliban captured Kabul and gained power in 1996. In gaining this power, Mullah Omar’s military experience and strategy of fighting against the Soviets proved to be very effective.

On September 9, 2001, after the tower collapsed in America, President Bush removed Mullah Omar from power by dropping a million tons of gunpowder, the rest of the story is for everyone to see.

(This is a post taken from a long article in London’s Guardian newspaper today)Mohammed Seemab Zaman baba