Post of 13 March 2021
जनवरी मे आतंकी बाईडेन और ब्लिंकेन के सत्ता मे आते ही पहली फरवरी को सेना ने बर्मा मे सत्ता संभाल लिया और ऑग सांग सूची फिर जेल मे चली गई।
संघ के मोदी जी ने ओबामा और बाईडेन के आशीर्वाद से सत्ता प्राप्त किया और भारत, अमेरिका के बिछाये जाल मे फँस गया। मगर मोदी जी “डेढ सयाने” बन कर चीन का भी तुष्टीकरण करते रहे।
प्रिंस सलमान ने पुटिन को 2015 मे सिरिया मे बोला कर खुद सिरिया से निकल गये और ओबामा अरब सप्रिंग मे मूँह की खा कर अमेरिका का ताज उडा दिया।ट्र्म्प ने 2017-20 तक मोदी जी को अपने जाल मे फँसा कर रखा और गलवान, अरूनाचल मे चीन से जमीन कब्जा करवा कर मेरे लिये कुछ नही बोले।
ट्र्म्प के आने के बाद रोहिंगिया प्रोब्लम पेंटागौन ने आंग सांग सूची से करवाया ताकि ट्र्म्प वहॉ कूदें मगर ट्र्म्प नही कूदे। बाईडेन के आते ही चीन ने बर्मा मे सत्ता परिवर्तन करवा कर बाईडेन को चौराहे पर ला दिया।अब बाईडेन बर्मा को दूसरा वायटनाम बनाते हैं तो भारत “चीन और अमेरिका” के लडाई मे बूरी तरह फँस जाये गा।
नीचे नक्शा देखये बर्मा के क्रिस्चन Kachin क्षेत्र से और Sagaing से असम, नागालैंड, मनीपुर मे separatist movement पिछले 40 साल से चला रहा था, जिस को चीन फिर ज़िंदा करे गा ताकि कशमीर और गलवान मे दबाव बना रहे।
चीन चाहे गा बर्मा और नौरथ इस्ट मनीपुर, नागालैंड, असम दूसरा वैटनाम भारत-अमेरिका के लिये बना दे ताकि South China Sea मे शांति रहे। मलेशिया और इंडोनेशिया भी यही चाहे गा बर्मा दूसरा वैटनाम बन जाये क्योकि बाद मे जब लडाई बंद हो तो 70 साल से चल रहे रोहिंगिया का प्रोब्लम अरकान राज्य बन कर हल हो। “जय श्री राम” का नारा लगा कर संघ की मोदी सरकार ने देश और विदेशनीति को बर्बाद कर दिया।
अब संघ के मोहन भागवत जी “हरे कृष्णा” का नारा दें गें!