Post of 3 June 2024

पिछले 10-15 वर्षों में दुनिया के आर्थिक भूगोल में आए नाटकीय बदलावों ने चीन और मिडिल ईस्ट के तेजी से विकास ने वैश्विक आर्थिक उत्पादन में उसके हिस्से को बढ़ा दिया है।दुनिया के सब से गतिशील रूप से विकसित हो रहे क्षेत्रों में अफ्रीका और मिडिल ईस्ट के देश बहुध्रुवीय दुनिया की नई आर्थिक सीमा बन रहे हैं।

अफ़्रीका महाद्वीप मे मिडिल ईस्ट के देश यूएई, सऊदी अरब, क़तर तथा तुर्की का उदय पिछले दस साल मे फ़्रांस और अमेरिका के घटते प्रभाव के कारण हुआ है जिस मे चीन के बेल्ट और रोड की भी प्रमुख भूमिका रही है।

पिछले साल यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल-नाहयान अपने कई सौ दोस्तों के साथ साऊथ अफ़्रीका के राज्य केप के अपने निजी रिसॉर्ट में ईद मनाने गये तो उस राज्य के बैकवाटर हवाई अड्डे पर रनवे को अपग्रेड करने के लिए $1 million का दान किया, मगर यूएई ने गुप्ता बंधुओं को साऊथ अफ़्रीका को लौटाने से इंकार किया जो साऊथ अफ़्रीका में घोटाला कर 2018 से दुबई मे पनाह लिये हुऐ हैं।यह इस बात का संकेत है कि यूएई साऊथ अफ़्रीका और पूरे महाद्वीप में कितना प्रभावशाली बन गया है।

जैसे-जैसे चीन अफ्रीका को दिए जाने वाले ऋणों में कटौती कर रहा है, तेल के पैसा से माला माल मिडिल ईस्ट अफ़्रीका महाद्वीप मे विदेशी निवेश का एक महत्वपूर्ण स्रोत बन गया है। 2022-23 में, यूएई ने ऊर्जा, बंदरगाहों, खनन, रियल एस्टेट, संचार, कृषि क्षेत्रों में $97 billion के नए निवेशों का वादा किया जो चीन से तीन गुना अधिक है (नीचे ग्राफ़ देखे)।

यूएई मे अमेराती अरब की जनसंख्या तक़रिबन 50 लाख (12%) हैं, और बाक़ी 88% अप्रवासी हैं मगर यूएई की बंदरगाह प्रबंधन कम्पनी DP World अफ़्रीका के दर्जनों देशों मे $3 billion बंदरगाह में निवेश कर हिंद महासागर (Indian Ocean) में मोजाम्बिक से लेकर उत्तर में मेडिटरेनीअन सागर (Mediterranean Sea) में अल्जीरिया और अटलांटिक (Atlantic) के अंगोला तक बंदरगाहों का संचालन कर रहा है (नीचे तस्वीर देखें)।

उम्मीद है कि अगले दस साल मे यूएई, सऊदी अरब, क़तर और तुर्की अफ़्रीका देशों में आर्थिक मद्द कर वहॉ बंदरगाह, खनन, रियल एस्टेट में विकास कर अपनी बहुत गहरी पहचान बना लें गें जो अगले सैकड़ों साल तक क़ायम रहे गा।

#नोट: रूस-यूक्रेन युद्ध तथा इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों का मार-काट पश्चिमी देशों तथा अमेरिका के आर्थिक बर्चस्व को दुनिया मे समाप्त करने में गति प्रदान कर रहा है जो भविष्य में मिडिल ईस्ट तथा तुर्की को एशिया तथा अफ़्रीका मे आर्थिक तथा सैन्य शक्ति बना दे गा।
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman उर्दू नाम वाले आप चिंता न करें और अपने तालीम और रोज़गार पर ध्यान दें। दुनिया ख़ास कर एशिया और अफ़्रीका बहुत तेज़ी से बदल रहा है। पढ़े लिखे तथा अंग्रेज़ी, अरबी भाषा जानने वालों की दुनिया में बहुत माँग बढ़ने वाली है।

Mohammad Amir, Mohammed Seemab Zaman सर अब आप उर्दू नाम वालों को किस कारोबार में इन्वेस्ट करे कुछ नही बताते कभी कभी इशारा कर दिया करे कि किस कारोबार को करना चाहिए