Post of 12 July 2023
दूसरे विश्व युद्ध (WWII) के बाद यूक्रेन-रूस की लड़ाई 500 दिन से ज़्यादा से चल रही है।यह लडाई यूरोप की अर्थव्यवस्था को कहॉ ले जाये गा इस का कहना अभी जल्दबाज़ी होगा।लेकिन यह निश्चित है कि यूक्रेन को पश्चिमी ताक़त यूरोप में एक नया इस्राईल नही बन्ने दे गें।
अरदोगान ने यूक्रेन को NATO का सदस्य बनाने को कहा तो बाईड़ेन और यूरोपियन देश यह कह कर इंकार कर गये कि यूक्रेन सदस्य बन्ने की शर्तें पूरी नहीं करता है।आज नाटो नेताओं ने गठबंधन में शामिल होने के लिए यूक्रेन के लिए ‘समय सारिणी’ (Timetable) की राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की की मांग को भी खारिज कर दिया।
G7 के नेताओं ने आज लिथुआनिया मे एक बैठक में यूक्रेन के लिए नई सुरक्षा गारंटी की घोषणा की जो यूक्रेन के सेना को हथियार और प्रशिक्षण देगा और खुफिया जानकारी साझा करेगा मगर NATO का सदस्य नहीं बनाये गा।
राष्ट्रपति जेलेंसकी का कहना है कि यूरोप हम को नाटो का सदस्य नहीं बना कर रूस का पक्ष ले रहा है, जब कि मेरा कहना है कि नाटो यूक्रेन को कभी सदस्य नहीं बनाये गा। रूस के साथ शांति समझौता के बाद भी यूरोप भविष्य में यूक्रेन को नाटो का सदस्य नहीं बनाये गा क्योंकि यह दूसरा इस्राईल बन जाये गा, जहॉ रूस-यूक्रेन लड़ते रहें गें।
पश्चिमी ताक़त के लिए यह रूस-यूक्रेन लडाई साँप-छूछूंदर की लड़ाई हो गई। बराक ओबामा ने अरब स्प्रिंग कर मीडिल ईस्ट को पश्चिमी ताक़तों से दूरी बना दिया और ट्रम्प ने चीन-ताईवान मसला खड़ा कर चीन को मीडिल ईस्ट के क़रीब कर दिया।
#नोट: रूस-यूक्रेन लडाई से चीन दुनिया का सुपर पावर बन कर सामने आ गया और मीडिल ईस्ट तथा तुर्की एक बड़ी आर्थिक और सियासी (राजनीतिक) ताक़त बन कर उभर गया।अब कई दशकों तक यही दो ताक़त चीन और मीडिल ईस्ट तीसरी ताक़त के संतुलन का केन्द्र रहे गा।
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman यह किसी ने नहीं सोंचा होगा कि यूक्रेन और रूस की लड़ाई बहुत तेज़ी से चीन और मीडिल ईस्ट को दुनिया की राजनीति में लाकर खड़ा कर देगा और पश्चिमी देशों का 75 साल से चली आ रही राजनीति ख़त्म हो जाये गी।
- Asghar Ali Khan, Mohammed Seemab Zaman Sir, आप ने कहा है कि कोई खास वाक़या होने के बाद ही उस के बारे में लिखेंगे । हम चाहते हैं वह जल्दी हो जाए, जिस से उसके बारे में आप लिखें और हम लोग भी जान जाएं ।