आज बिहार के सम्राट अशोक जिस ने मगध को भारत बनाया, का जन्म दिन है।दुनिया के सम्राटों के तरह अशोक ने भी ख़ून बहा कर विजय प्राप्त किया।आज भी पटना के कुम्हरार मे वह कुऑ मौजूद है जहॉ अशोक ने अपने 99 भाई का गर्दन डाला था और कलिंगा के लाखो लाशों के बाद बुदिष्ठ हो कर अहिंसा और प्रेम के पुजारी हो गये।
पंडित नेहरू ने अपनी किताब मे अशोक और अकबर को भारत का सेकूलर और कुशल प्रशासक लिखा है।आज़ाद भारत के नेहरू जी तो खुद बहुत अनमोल, कुशल और सेकुलर प्रशासक रहे।इस सदी के हमारे मोदी जी जो देवप्रिय, प्रियदर्शी, नेताओं के नेता रहे, की जिंदगी कोरोना की दूसरी लहर से पहले तक कलिंगा के तरह गुजरात और कशमीर मे रही, मगर अब कोरोना ने पूरे भारत को मोदी का कलिंगा बना दिया।
कोरोना से लड़ने के लिए सरकार के पास बहुत समय था मगर सरकार तैयारी नहीं कर पाई।हम लोगो ने 70 के दशक मे गॉव गॉव मे चेचक का टिका दिया, डा० मनमोहन सिंह के समय पोलियो का टिका दिया, HIV/AIDS का वैकसीन बनाया।पिछले सरकारों के पास इन सब कामों को करने के लिए ज़बरदस्त राजनैतिक इच्छा शक्ति थी, एक ठोस प्लानिंग थी, उस प्लानिंग को एक्जीक्यूट करने के लिए काबिल लोग थे।
दुआ है और उमीद है जिस तरह से अशोक ख़ूनी का कलिंगा के बाद ह्रदय बदला उसी तरह से मोदी जी का कोरोना के दूसरे लहर से ह्रदय बदले गा और यह अब सही धार्मिक इंसान बन कर सम्राट अशोक, अकबर, नेहरू के बाद भारत के चौथे महान शासक होंगें.
The concept of “hope” comes after miseries, disease, despair, death, destruction. Hope, the God will change Modi’s heart during Corona for our great nation India.