Post of 10th February 2021
कल जिल्लेऐलाही दिल से रोये थे क्योकि जहाँपनाह को बाईडेन के फोन के बाद पता चला की उन का #ड्रामा, #करतब, #कमाल, #वादा, #आशा सब ख़त्म हो गया और वह अब बहादुर शाह ज़फ़र के तरह अकेले हो गये।
बहादुर शाह ज़फ़र को अंग्रेज ने ख़त्म किया और संघ और मोदी जी को चीन ने ख़त्म कर दिया। मोदी जी ने परसो बाईडेन को “rules-based international order” की बात सीखाया तो बाईडेन ने कहा मेरी अर्थव्यवस्था बहुत खराब है जो दिसंबर 2022 तक ठीक नही होगा, हम चीन से पंगा नही ले सकते हैं, अब हम इसराईल-इसराईल का खेल भी नही खेल सकते हैं क्योकि #जमायती सब चीन और रूस के साथ हो गया है।
ओवैसी ने राज्य सभा मे वह सब कह दिया जो हम लिखते आ रहे हैं, “मोडी जी चीन का नाम लेने से डरते हैं”। ओवैसी ने यह भी कहा “चीन अरूनाचल मे गॉव बसा रहा है मगर पूरा कुंबा चुप है, अभी बर्फ़ पिघलने दिजये चीन दोबारा हमला करे गा”।
कोई पड़ोसी मोडी जी का साथ न दे रहा है न देगा और न कोई “जमायती” और न कोई पोप के लोग मेरे लिये चीन के खेलाफ बोले गें। चीन ने कोरोना खंडकाल (2020) मे ट्रेन से दक्षिण यूरोप से $100 billion का ट्रेड किया है (निचे तस्वीर देखें)। हर महीना तुर्की-आजरबाईजान-कजाकिस्तान-रूस-चीन ट्रेन से सामान भेज रहा है।
मोदी जी को कुर्सी पर बॉंध कर रखना है। अभी बहुत लोग रोये गा, बूद्धिजीवी, नेता और पत्रकार भी रोये गे जिस तरह से यूपी के जाट और अकाली दल के सिक्ख किसान रोड पर रो रहे हैं। आखिर मे मोदी जी और संघ के चीन के तुष्टिकरण पर ओवैसी का शेर जो राज्य सभा मे पढा है लिख देते हैं
“चीन पर करम किसानों पर सितम
रहने दे थोडा सा भरम, ऐ जाने वफ़ा यह ज़ुल्म…..