Post of 5 November 2022

जर्मनी यूरोप की सब से बडी औघोगिक अर्थव्यवस्था है।जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ दो दिन के दौरा पर चीन गये हैं।यह G7 के पहले नेता हैं जो 2019 के बाद चीन की यात्रा पर हैं।वह अपने साथ 10 बडे कम्पनी के CEO और जर्मन उद्योगपतियों को चीन ले गये हैं।

शोल्ज़ ने राष्ट्रपति शी जिंपिंग को कहा कि हम लोग “अब एक नई दुनिया मे रह रहे हैं”, जर्मनी ताईवान को चीन का हिस्सा मानता है और वह इस क्षेत्र मे शांति चाहते हैं।शी ने कहा चीन सभी देश से दोस्ती चाहता हैं।

अभी चीन और जर्मनी के बीच €245 billion का आयात-निर्यात होता है और यह 2005 से पॉच गुणा ज्यादा है। जर्मनी चीन से solar panels, computer chips, rare earth metals तथा दूसरे खनिज पदार्थ का आयात करता है जिस से जर्मनी मे 10 लाख लोगो को रोज़गार मिलता है।अगर दुनिया मे जर्मनी की पॉच (5) Volkswagen car बिकती है तो दो (2) चीन के लोग खरीदते हैं।

इस साल जर्मनी की BMW, Mercedes-Benz, Volkswagen और BASF कम्पनी ने चीन मे $10 billion कर निवेश कर फैक्ट्री खोली है।जर्मन बूद्धिजिवीयों का कहना है कि जर्मनी को विकास करते रहना है, वह अमेरिका या यूरोपीयन यूनियन के दबाव मे चीन से रिश्ता खराब नही करें गेँ।

*पिछले दस दिन मे चार विदेशी नेता चीन का दौरा कर चूके हैं और कई दूसरे चीन जाने वाले हैं।सब से पहले वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष ने चीन का तीन दिन का दौरा किया।वियतनाम जिस की आबादी 10 करोड है वह चीन के साथ $166 billion का सालाना आयात-निर्यात करता है।

*पाकिस्तान के शहबाज़ शरीफ दो दिन चीन की यात्रा कर जुमेरात को वापस गये।चीन ने पाकिस्तान को High Speed train (160 kmph) की टेक्नोलोजी दिया।

*तीसरी महत्वपूर्ण यात्रा अफ्रिका के देश तंज़ानिया की राष्ट्रपति सामिया हसन की रही।हम लोग बचपन से तंज़ानिया के पहले राष्ट्रपति जूलियस नेरेरे (1964-85) का नाम सूनते आये हैं।नेरेरे चीन के नेता माओ के क़रीबी दोस्त थे।50 साल पहले चीन ने 1970 मे तंज़ानिया और ज़ामबिया के बीच 1860 km रेलवे लाईन बनाया था।दोनो देशो के पूराने संबंध को सामिया हसन ने पुन: ज़िन्दा किया है।

#नोट: भारत 1992 बाबरी मस्जिद कॉड से पहले चीन से हर क्षेत्र मे आगे था।मगर पिछले तीस साल मे अमेरिका और यूरोप ने चीन को आर्थिक तथा सैन्य महाशक्ति बना दिया।
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman जर्मनी के शोल्ज़ को चीन से गहरे व्यापारिक संबंध नही बनाने के लिए फ्रांस के मैकरोन ने पिछले हफ्ता मना किया था।मगर शोल्ज़ मैकरोन से बिगड़ गये और चार घंटा के सख़्त बात चीत के बाद बिना खाने खाये चले गये। भारत या संघ का कोई बुद्धिजीवि क्या इस तरह की खबर को नही पढ़ता है?

  • Parmod Pahwa, Mohammed Seemab Zaman साहब हमे और भी ज़रूरी मशरूफ़ियात होती है, पढ़ाई लिखाई वाले को तो हम पीएम भी नहीं चुनते.बेचारे युएस और यूके के साथ अच्छा नहीं हो रहा लेकिन अगर 8 नवम्बर के इलेक्शन में बाईडेन पिछड़ गया तो बहुत बदलाव आएँग
  • Mohammed Seemab Zaman, Parmod Pahwa साहेब, यूएस और यूके ने खुद अपने पैर पर कुल्हाडी मार कर अपने को बरबाद किया।अगर 8 नवंबर के चुनाव मे जीत भी गये तो क्या “बदली दुनिया” को बदल दें गें? अब कुछ नही हो सकता है, यह सदी एशिया की है।

Azaz Siddiqui बेहतरीन जानकारी sir देते रहिए

  • Mohammed Seemab Zaman इस मे गौर किया, यहॉ हेजाब पर हाई कोर्ट-सुप्रीम कोर्ट हो रहा है मगर शी जिंपिंग इसी हेजाबी को Guard of Honour दे रहे हैं। यह सामिया तंज़ानिया मे चीन के मद्द् से $10 billion का पोर्ट बनावा रही हैं ताकि अफ्रिका का जितना land-locked देश है सब इसी पोर्ट से आयात-निर्यात करे। कहॉ गया हमारा हिन्द महासागर का नाज़?

Kamil Khan वाह सर आप की नज़र कमाल की है मुझे याद है कोरोना के समय आप ने कई पोस्ट की एक सीरीज़ लिखी थी जिसमे आप ने लिखा था के कौन कौन से मुल्क कोरोना के बाद बर्बाद दिखेंगे और कौन से बचे रहेंगे, उसमे आप ने uk को बर्बाद मुल्कों मे रखा था और जर्मन को कहा था के यूरोप मे बस ये एक मुल्क बेहतर स्थिति में रहेगा, आप की भविष्यवाणी 100% साबित होती दिख रही है

  • Mohammed Seemab Zaman, Kamil Khan साहेब, शुक्रिया आप मेरे पोस्ट को याद रखते हैं। उस मे हम ने Central Asia के देश पर एक अलग पोस्ट किया था, वह सही हो रहा है। zamaniyat. com पर वह सब पोस्ट हिन्दी/अंग्रेजी दोनो मे है।