Post of 31 December 2023
वर्ष 2024 एक नये वैश्विक व्यवस्था बनाने वाला वर्ष होने का वादा के साथ शुरू होगा और सौ साल बाद पश्चिमी देशों के वर्चस्व (hegemony) के समाप्त होने के प्रारंभ का वर्ष होगा।
*11 सितंबर 2001 के बाद विश्व की व्यवस्था बदलनी शुरू हुई और अमेरिका के ज़वाल की कहानी शुरू हुई। 2011 के “अरब स्प्रिंग” और 2014 मे भारत मे संघ की सरकार ने पश्चिमी देशों की ज़वाल की कहानी को गति दे दिया।
*9/11 और अरब स्प्रिंग के घटना के बाद, 2020 का दशक ख़तरनाक होना तय था। 2021 मे “फ़ॉल ऑफ काबुल” हुआ और 2022 मे यूरोप मे रूस-यूक्रेन लड़ाई ने नये वैश्विक आर्डर की राह हमवार कर दिया।
*7 अक्टूबर 2023 की घटना ने पूराने विश्व ऑर्डर के ताबूत में आख़री कीलें (nails) ठोक दी और सौ साल से चली आ रही पश्चिमी देशों के एकध्रुवीय वर्चस्व को समाप्त कर दिया।
*वर्ष 2024 नये युग की शुरूआत की कहानी लिखे गा जिस में एशिया के देश मिडिल ईस्ट, तुर्की, ईरान, रूस और चीन प्रमुख होंगे।
*चीन ताइवान का मसला हल करे गा, अफ़ग़ानिस्तान चीन के बेल्ट और रोड (BRI) का महत्वपूर्ण देश बन कर उभरे गा।
हम सब को 2024 का नया वर्ष तथा नया युग बहुत बहुत मुबारक हो।आख़िर में इक़बाल के “जवाब-ए- शिकवा” का एक बंद अंग्रेज़ी मे:
No one among you seeks in truth
To come at bliss through me;
Still the Light Sinai’s mount illumes
No Moses there to see.
تم میں حوروں کا کوٰئ چاہنے والا ہی نہی
جلوہ طور تو موجود ہے موسیٰ ہی نہیں
“तुम में हूरों का कोई चाहने वाला ही नही,
जलवा तूर तो मौजूद हैं मुसा ही नही”
Wish you all happy and prosperous new year.