Post of 23 November 2022

इस सदी के बीस साल ने दुनिया की जोग़राफिआई सयासत (भू-राजनीति) को सौ साल बाद बदल दिया।पिछले शताब्दी को प्रथम विश्वयुद्ध (1914-18) ने बदला और इस सदी को 9/11 ने बदल दिया।

9/11 की साजिश 1973 के उर्जा संकट से पैदा यूरोप और अमेरिका की बरबाद अर्थव्यवस्था को जिंदा करने की थी मगर साज़िशकर्ता को सफलता नही मिल सकी। मिडिल ईस्ट के देशों ने सबर के साथ 9/11 आपदा को अवसर मे बदल कर दुनिया की जिओपौलिटिक्स को 1876 के बाद अपने पक्ष मे कर लिया।

मिडिल ईस्ट और तुर्कीया द्वारा इस बदले भू-राजनीतिक का फायदा चीन के नेताओ और बूद्धिजीवियों ने 2008 के आर्थिक संकट से उठाया और चीन को आर्थिक तथा सैन्य शक्ति बना दिया।ओबामा के आठ साल (2009-16) के शासन तथा अरब स्प्रिंग या यूरोप के जलवायु विचलन (Climate Aberration) के नारा ने भी मिडिल ईस्ट तथा तुर्किया को एशिया की सयासत बदलने को मजबूर कर दिया।

अचानक ट्रम्प अमेरिका के राष्ट्रपति बन गये और मिडिल ईस्ट तथा तुर्की को चार साल सांस लेने का मौक़ा मिल गया और अफ्रिका मे यूरोप/फ्रांस के मार-काट के भू-राजनीति का अंत किया। मगर बाईडेन-ब्लिंकन की जोडी ने फिर 2021 से पूरानी साजिशी हरकत कर यूक्रेन, हूथी को लडाई का सामान देना शुरू किया, क़ज़ाखस्तान मे विद्रोह हुआ, मानवाधिकार और एलजीबीटी/समलैंगिक सेक्स का नारा लगा कर क़तर के FIFA 2022 को बरबाद करना चाहा ताकि बर्चस्व फिर क़ायम हो जाये।मगर आज झक मार कर अमेरिका के विदेश मंत्री क़तर पहुँच गये और सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के अमेरिका मे न्यायिक प्रतिरक्षा/मुक्ति (Judicial Immunity) प्रदान करने को defend कर रहे थे।