Post of 15 March 2025

14 साल पहले आज के दिन सीरिया में लोगों ने असद ख़ानदान के ज़ुल्म के खिलाफ बग़ावत किया था और हज़ारों लोगों के कत्ल और हिरासत के बाद 8 दिसम्बर 2024 को सीरिया के जवान लड़के अहमद अल शराअ ने सीरिया के लोगों को ज़ुल्म से आज़ादी दिलाया।

शराअ मक्का के हाशमी ख़ानदान से हैं, जिन की पैदाईश सऊदी अरब में हुई, वालिद तेल के इंजिनियर थे और दादा ताजिर थे।

सीरिया ने हमेशा इस्लामी हुकूमत के नक़्शे को बदला है और उम्मीद है कि शराअ इस बदली दुनिया के New World Order मे अरब मुल्कों और तु्र्की के साथ मिल कर एक बहुत अहम किरदार अदा करें गें।

#NOTE: हम कोई पत्रकार या रिपोर्टर नहीं हैं बल्कि हम एक एनेलिस्ट (analyst) है जो political, economic और social पोस्ट करते हैं। हम जो भी geo-political या geo-economics पोस्ट करते हैं, वह हम अपने ईल्म के सच्चाई को साझा करते हैं, उस में कोई पक्षपाती या भावनात्मक दृष्टिकोण नहीं होता है।

*हम न Iran-phobic है और न Saudi-philic हैं। हम बहुत पहले से METRIC (Middle East-Turkey-Russia-Iran-China) के बारे में लिखते आ रहे हैं, जो इस बदली दुनिया में सब को नज़र आ रहा है, अगर नहीं नज़र आ रहा है तो वह ज़हन से कमज़ोर हैं।

*उर्दु नाम वाले जो लोग Iran-philic हैं या Saudi-phobic हैं या किसी भी क़िस्म के पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं वह मेरे पोस्ट को नहीं पढ़ें और न पोस्ट पर आ कर बहस करें और न मेरे पोस्ट पर आ कर unethical comments करें।