कुछ दिन पहले ईजिप्ट मे 3300 (1353-1336 BC) साल पूरानी रानी नेफरातीती की क़ब्र मिली है।उस मे छोटी छोटी सोने की मूर्ती भी मिली है। सारी रंगीन तस्वीर कपडा पहने हुऐ नज़र आरही है।कहा जाता है मिस्र मे 7000 साल पुराना मिनार है। फिरौन भगवान थे मगर उन की कोई मूर्ती या तस्वीर नंगी नही मिले गी।किसी महल/खंढर मे कोई औरत की नंगी तसवीर नजर नही आती है।
हिंदुस्तान मे सिंधु घाटी काल के निर्माण एवम् विकसित सभ्यता की झलक आज भी साफ नजर आती हैं वैसे भी सीरिया और इजिप्ट से आने वाले व्यापारिक काफिलों का यह एकमात्र रास्ता रहा है। मगर आप को आर्यन सभ्यता का कभी भी कोई सोना या पत्थर की मूर्ती या कोई ऐसी चीज़ नही मिले गी जिस से आप कह सके यह हजारो साल पूराना धर्म भारत मे रहा हो। ऐसा लगता है यहॉ कभी वह धर्म रहा ही नही जो आज जिस को हिन्दु धर्म कहा जाता है।
आप को बुद्ध के समय की मूर्ती मिले गी वह भी ज्यादा तर नंगी।अजंता जो बुद्ध के बाद बना वहॉ सारी मर्द-औरत की मूर्ती नंगी मिले गी। यहॉ तक के ऐलोरा जो 700-1000 AD मे बना या कोणार्क या भीलवाड़ा मंदिर सब मे नंगी मूर्ती मिले गे। मगर 7000 BC मे वैली ऑफ़ किंग्स, मिस्र मे सारी मूर्ती या तसवीर कपडा पहने मिले गा, किसी औरत की छाती नंगी अजंता या अलोरा के तरह नही मिले गा।
भारत की गैर-मुस्लिम महिलायें सोंचे कि मुस्लिम के आने के बाद ही साडी से पूरा बदन ढका और अंग्रेज के आने के बाद बंगाल मे साडी के निचे पेटीकोट पहना गया। लेकिन आज दिल्ली मे यह कह कर वोट मॉगा गया कि अगर बीजेपी न जीती तो मुस्लिम तुमहारे बहन-बेटी को घर से उठा कर लेजाये गें।
(My Post on Facebook on 21-02-2020 & 30-09-2020)