Post of 18th July 2022

कल इंगलैड के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर (1997-2007) ने कहा है कि “वेस्ट्रन पावर का राजनीतिक और आर्थीक प्रभुत्व का अंत हो रहा है”

ब्लेयर ने कहा इतिहास मे इस को सोवियत संघ के 1989 मे टूटने या WWII से की जा सकती है और पहली बार वेस्ट ऊँचाई से नीची गिर रहा है।इस को ब्लेयर ने रूस-यूक्रेन लडाई बताया है।

ब्लेयर ने कहा दुनिया की महाशक्ति अब चीन हो गया है जिस चीन की अर्थव्यवस्था 1979 मे इटली की अर्थव्यवस्था से छोटी थी।अब चीन की अर्थव्यवस्था अमेरिका के अर्थव्यवस्था से आगे निकल जाये गी (लिंक कौमेंट मे पढें)

यह वही ब्लेयर हैं जिन को 9/11 के बाद 2003 मे फ्रांस के राष्ट्रपति जैक शिराक ने मना किया था “इराक़ पर हमला नही करो, बम नही मारो” वरना तुम्हारा बेटा Leo तुम को मॉफ नही करे गा।आज Leo 22 साल का जवान हो गया है और ब्लेयर कह रहे हैं कि हम लोगो का प्रभुत्व दुनिया मे 21वी सदी मे ख़त्म हो गया।

हम आठ साल से लिख रहे हैं, चीन सुपर पावर हो गया और 26 जनवरी 2015 को बराक के भारत यात्रा के बाद एशिया बदल रहा है, मगर भारत मे हमारे बहुसंख्यक लोग नही मान रहे थे और आज भी विशवगुरू का झूठा सपना देख और देखा रहे हैं।

भारत मे एक साल पहले किसी ने नही सोंचा होगा कि बाईडेन को मिडिल ईस्ट के 9 देश जद्दह मे दो दिन पहले ख़ाली हाथ लौटा दें गें।आज अबूधाबी के अमीर ज़ायद पेरिस मे हैं जहॉ मैकरौन अरबी स्टाइल मे चुम्मा लेकर स्वागत कर रहे हैं।दो दिन पहले बाईडेन ने प्रिंस सलमान से हाथ नही मिलाया था मगर मैकरौन चुम्मा ले रहे हैं।

#आज यूरोपियन यूनियन की राष्ट्रपति वॉन डेर लेयेन आज़रबाइजान मे हैं जहॉ वह राष्ट्रपति एलहाम अली से यूरोप के लिए गैस की डील करें गीं। लोगो को दो साल पहले आरमेनिया-आज़रबाइजान की लडाई याद होगी जिस मे एलहाम ने 80 साल बाद काराबाग़ को हासिल किया। आज आरमेनिया के प्रधानमंत्री पशिनयान यूरोप के दबाव मे रेल-रोड से तुर्किया को जोड़ने को तैयार है।

हम ने कई बार लिखा है कि एशिया की सदी शुरू हो गई, यह METRIC (मिडिल ईस्ट-तुर्किया-रूस-ईरान-चीन) का युग होगा, वही बात कल ब्लेयर बोल गये।

https://www.dailysabah.com/world/europe/ukraine-war-shows-wests-dominance-ending-as-china-rises-tony-blair?fbclid=IwAR3yMQVmCVDaN-qNd0PT8zb8is-co6OqgUN2SK1eI1BvynndLmeBj0bGWkk
============
Some comments on the Post

Kausar Jahan Yusuf

TWILIGHT OF THE PETROSTATES: THE ECONOMIST, LONDON

कल दि ऐकोनोमिस्ट मे एक आर्टिकल “तेल के देशो मे गौधुली” यानि सूरज डूब रहा है। लेख मे है तो बहुत जानकारी मगर वही वेस्टर्न प्रेस का खेल के अरब तेल पैदा करने वाले देश भूखमरी की ओर जा रहे हैं। जैसे मेरे यहॉ टीवी वाले सऊदी अरब के प्रिंस का महल बेचवा कर अपनी नाकामयाबी या सरकार की गलत नीति को छुपाते हैं।
यह तसवीर भी ऐकोनोमिस्ट ने अफ्रिका से लेकर ईरान तक मुस्लिम देशो मे तेल और गैस के पैदा करने वालो की है। मगर इस ने इस मे आईजरबाईजान और सेंट्रल ऐशिया के तेल और गैस पैदा करने वाले देश की तस्वीर नही दिया है।
यहॉ तो मिडिल ईस्ट को बर्बाद देखाना है क्योकि कोरोना मे सऊदी अरब या ओपेक के देशो ने तेल का दाम गिरा कर अमेरिका के शेल तेल के कम्पनी और यूरोप के तेल कम्पनी को दिवालिया कर दिया। दिसंबर मे सब को पता चले गा कि यूरोप और अमेरिका की कितना बैंक और कितना तेल की कम्पनी डूबी।
लेख मे यह सही लिखा है कि 2012 मे इन मुस्लिम देशो को तेल से $1 trillion पैसा आता था जो 2019 मे $575 billion आया। इस मे सेंट्रल ऐशिया के तेल और गैस वाले देश काजाकिस्तान, तुर्किमिन्स्तान, उज़बेकिस्तान और आजरबाईजान या मलेशिया, इंडोनेशिया का नाम नही है।
अब हम को कोई बताये, भारत को यूरोप और अमेरिका आर्थिक तरक्की कराये गा या यह मुस्लिम देश जो हमारे चारो तरफ पैसे के ढेर पर बैठे हैं वह? हमारी 1923 की सोंच ने हम को डूबा दिया और कोरोना ने सब नक़ाबपोश को नंगा कर दिया।
लेकिन जो नागपुर मठ ने 70 साल से दंगा, लिंचिंग, गाय गोबर, 370, एनआरसी, दिल्ली दंगा किया वह देश के लिये अच्छा हुआ वरना यह क़ल्क दिल मे रह जाता की हम 100 करोड अकेले विशवगुरू बनने की ताकत रखते हैं। अभी तो हम को #लूकईस्ट का जो नारा दिया था उस से अगले तीन साल अकेले निपटना है।

May be an image of 2 people and text that says "President Xi has bridge to sell you Ratsn"
  • Kausar Jahan Yusuf Sir! 19 July 2020 ko aapne ye post likha tha ..Aaj aapki kahi sab batein such ho gyain….Kal’ The Economist ‘ aur baqui log jin arbon ko diwaliya ghoshit karne per lage the aaj unke sath unke numayende chumma …sorry .. matlab Arabi tahzeeb ko gale laga laga kar makkhan lagane mein lage hain..Pata chala… Arab diwaliya nahi ho rahe the ye dimaghi taur per diwaliya pan ke shikar theWaise Mohammed Seemab Zaman sir! Salute aapki ‘door-drishti’ ko.
  • Kausar Jahan Yusuf, Mohammed Seemab Zaman main aapke kuchh posts ko ( khaas kar jisme aapki “door-drishti” ho) save rakhti hun.💐
  • Mohammed Seemab Zaman, Kausar Jahan Yusuf साहिबा, आप मेरे पोस्ट को याद रखतीं हैं, शुक्रिया। हम तो भूल गये थे। मेरे सोचने और लिखने मे consistency देखये, कोई फरक़ नही है। इस पोस्ट का आखरी पैरा तो अभी बाक़ी है। अभी तो दो चार साल दुनिया इसी तेल और गैस के इर्द गिर्द घूमे फिर यूरे… See more
  • Kausar Jahan Yusuf, Mohammed Seemab Zaman ye photo bhi tha us post ke attachment mein.

Ashwani Suhag I2U2 के क्या प्रभाव पड़ेगे । क्या ये भारतीय किसान के लिए ख़तरा है ?

  • Mohammed Seemab Zaman I2U2 बहुत छोटी योजना है, यह तो सिर्फ $2 billion छोटे छोटे किसानों के साथ करें गें। इस से फायदा किसान को हो गा। मगर देखना यह है कि यह लागू भी होता है या नही? इस तरह का काम मिडिल ईस्ट अफ्रिका मे किये हुआ है। दुबई मे एक बहुत बडा “व्यापार मंडल” बना है, वहॉ यह सब जाये गा।