“हज़ूर हक़ मे इसराफिल ने मेरी शिकायत की
यह बन्दा वक़्त से पहले क़यामत कर न दे पैदा”

इकबाल का यह शेर आज अरदोगान की नजर।इकबाल तवारीख़ को जानते थे यह शेर हवा मे नही कह दिया के इसराफिल अ० अल्लाह (हज़ूर हक़) से शिकायत करने लगे कि यह (इकबाल) तो वक़्त से पहले केयामत ला दे गा मुर्दा लोगो (मुसलमान) को ज़िन्दा कर रहा है। जब के अल्लाह ताला आप ने हम को केयामत मे सूर फूँक कर ज़िन्दा करने की इज्जत बख़्शी है।

आज सिरिया मे एक हफ़्ता के Operation Peace Spring कर अरदोगान ने सब मुर्दा (Middle East/मुसलिम देश) को ज़िन्दा कर दिया और यूरोप एंव अमेरिका हार मान गये। आज ट्रम्प ने कहा है कुर्द कोई “फ़रिश्ता” नही हैं वह भी ISIS ही है जिस को तुर्की सिरिया मे खत्म कर रहा है।

लड़ाई ख़त्म हो चूका है तुर्की को जो करना था कर चूका।अब तुर्की finishing touch दे रहा है।अब अमेरिका Mike Pence, Vice President और Mike Pompeo को जुमरात को तुरकी भेज रहा है। फ्रान्स के प्रधानमंत्री और जर्मनी के रक्षा मंत्री ईराक जा रहे हैं।यह सब अब अपने अपने ISIS नागरिक बीवी बच्चे समेत को लेने इराक़ और तुरकी जा रहे हैं। हो सकता है बगदादी तुर्की के क़ब्ज़ा मे हो। यह ISIS आतंकी नही हैं यह फ़ौजी हैं अमेरिका, फ्रान्स, जर्मनी के वैसे ही जैसे “मुक्ती वाहनी” जो लुंगी पहन कर, दाढ़ी रख कर, पान खा कर बंगाली के साथ पाकिस्तानी फौज से 9 महीना लडे थे।कहा जा रहा है कि सिरीया मे 9000 ऐसे लोग ISIS है जो अब सब को अपने देश ले जाना हो होगा।

अरदोगान 21 अक्टूबर को रूस जा रहे हैं। रूस अपने दोस्त को बरबाद नही होने दे गा बलकि दुनिया मे इज्जत देला दे गा। अब ईराक, यमन, सुमालिया वग़ैरह मे भी शांती होगा। और ट्रम्प अकसर अजान दे गे।अन्त मे, ख़ुलासा यह है:

TURKEY NEEDS AMERICA, BUT AMERICA NEEDS TURKEY MORE THAN TURKEY NEEDS AMERICA!