Post of 12 June 2022

कुछ दिन पहले संयुक्त अरब अमारत के अबू धाबी मे 5,000 साल पहले प्राचीन सभ्यता की निशानियॉ मिली हैं जो यह बताती है कि यह हज़ारो साल पहले भी आबाद था और “गलोबल पावर” और “गेटवे ऑफ सभ्यता” था।

#Al Ain Oasis: 4,000 साल पूराने प्रथम सिंचाई प्रणाली “फ़लाज” (Falaj) जो आज भी खजूर के बाग़ मे मरम्मत के बाद नज़र आता है।अल ऐन नखलिस्तान (Al Ain Oasis) 4,000 साल पुराना शहर है। यहॉ 1.5 लाख खजूर के सैकडो क़िस्म के फलदार पेड हैं।

#Bidaa Bint Saud: यह एलाक़ा अल ऐन से 25 km दूर है जहॉ 5,000 साल पूरानी 500 प्राचीन क़बर मिला है जो मधु मक्खी के खोता के तरह नखलिस्तान मे नज़र आता है।

#Church & Monastery: एक द्विप पर सैकडो साल पूराना सर बनियास चर्च और खॉनकाह मिला है, किसी को अबू धाबी ने ध्वस्त नही किया मगर मरम्मत कर टूरिस्ट के लिए के लिए सजा कर अपनी प्राचीन सभ्यता रखा है।

यह पुरातत्त्ववेत्ता को सब से पहले 1959 के खोदाई मे मिला था जिस को आज कल बचा कर रखा जा रहा है ताकि दुनिया प्राचीन सभ्यता को देखे और यूऐई विश्वगुरू बने।

#नोट: हमारे भारत मे कोई पुरातत्व की चीज़ सम्राट अशोक (237-232 BC) से पहले का नही मिलता है। सिंधु घाटी और तक्षशिला विश्वविद्यालय का पाकिस्तान मे मिलता है और बिहार मे ईंटा से बना नालंदा विश्वविद्यालय या बौद्ध मठ तथा वैशाली मे अशोक के महल का खंडहर मिलता है। फिर हजारो साल बाद के पुरातत्व निशानियॉ कुतुब मीनार या ताज महल मिलता है।

क्या हम भारतीय प्राचीन नही थे?
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Some comments on the Post

Javed Hasan सर क्या ये मेसापोटामिया सभ्यता का ही हिस्सा है?

  • Mohammed Seemab Zaman, Javed Hasan साहेब, हम को यह मेसोपोटामिया का हिस्सा नही लगता है। इस तरह की तामीर मिस्र सभ्यता का हिस्सा लगता है। अरब मे बहुत रिस्रच जर्मनी के लोग कर रहे हैं, वक्त लगे गा मगर बहुत सी चीज़ नई सामने आये गी। Western historical सोंच मे बहुत बदलाव आये गा।

Mudassar Jogilkar, 7 emirates मे से अल एैन को युएई की Green city कहाँ जाता है दूध देनेवाले मवेशीयो को बडे डेअरी फार्म के लिए पाला जाता है l बेहतरीन खजुरो के दरख्त यहा हैlओमान की हत्ता बॉर्डर यहा से नजदिक है l मै २०१४ मे युएई मे जॉब करता था तब जाना होता था ऊस वक्त शेख खलिफा मस्जिद का काम चल रहा था l

Jamshed Jamshed शानदार जानकारी, बाक़ी सपेरों के देश मे तो साँपों के बिल ही मिल सकते हैं. हर जगह थोक में भरे हुए हैं ये साँप…

  • Mohammed Seemab Zaman, Jamshed Jamshed साहेब, देख लिजये हमारे गौतम बुद्ध का स्तूपा भी इसी क़बर का बडा रूप है।