Post of 19th July 2021

लंदन का एक पुराना मैगज़ीन है, Prospect जिस के 13 July 2021 के अंक मे दुनिया के 50 विचारकों (thinkers) और प्रचारकों का नाम दिया है।

इस मे हमारे अभीजीत बनर्जी और उन की पत्नी का नाम भी है, जिन्हें 2019 मे अर्थशास्त्र मे नोबेल पुरस्कार मिला था। दूसरी महत्वपूर्ण महिला हैं जेनेट एलेन जो अभी अमेरिका की वित्तमंत्री है।जेनेट के पति को अर्थशास्त्र मे नोबेल पुरस्कार मिला है और जेनेट के PhD supervisor नोबेल पुरस्कार प्राप्त अर्थशास्त्री थे। इस मे Elon Musk भी हैं मगर 50 मे बहुत से लोग का हम ने नाम कभी नही पढा था।

मगर इस मे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पचास आदमी मे हमारे बिहार के प्रशांत किशोर का नाम है जिन लोगो ने दुनिया को फिर से बनाया यानि World rebuilding मे योगदान रहा।

किशोर जिन की उमर अभी 44 साल है।वह 34 साल की उमर मे 2011 मे अमेरिका से गुजरात आते हैं और बीजीपी को गुजरात विधान सभा (2012) मे जितवा कर भारत को rebuild करते हैं। प्रौस्पेक्ट पत्रिका मे लिखा है “किशोर ने 2014 मे बीजीपी को भारत मे जितवा कर मोदी को प्रधांमत्री बनवाया और 2021 मे ममता बनर्जी को बंगाल चुनाव जितवाया…..”

भारत के पहले आदमी बिहार के नितीश कुमार हैं जिन्होंने जब किशोर को पहचाना तो 29-01-2020 मे जेडीयू से निकाला। बंगाल चुनाव के बाद किशोर ने कहा वह अब “चुनाव विचारक” का काम नही करे गे मगर इन की संस्था I-PAC देश मे पार्टियों को चुनाव लड़ाये गी।

मगर यह अपने UFO विचारों का प्रचार शरद पवार, यशवंत सिन्हा या राहूल से मिल कर “World/Hindustan rebuilding” मे लगे हैं। इक़बाल के शेर का एक मिसरा,”वह नमूदे अखरते सिमाब पा हंगाम सुबह”
وہ نمود اختر سیماب پا ہنگام صب

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“NEW WORLD ORDER” : PENTAGON KISHOR

(Post of 29th October 2021)

हम ने आज तक ओबामा के “न्यू वर्ल्ड ऑडर” जो “बुश डाक्टरॉईन” था उस पर कुछ नही लिखा है।न्यू वर्ल्ड ऑडर पर एफ़बी पर बहुत लोगो ने बहुत कुछ लिखा। न्यू वर्ल्ड ऑडर कुछ था नही, यह 9/11 के बाद बुश डॉक्टराईन था जो इराक़-अफगानिस्तान से शुरू किया गया था मगर 2006-2008 की मंदी ने इस को फैलने से रोक दिया, मगर ओबामा ने इस को अरब स्प्रिंग का नया नाम देकर फिर शुरू किया, जो सिरिया मे 2015 मे प्रिंस सलमान ने ख़त्म किया और फौल ऑफ काबूल ने तो बुश डॉक्टराईन को दफ़न ही कर दिया।पेंटागौन किशोर उसी “बुश डॉक्टराईन” की फिल्म के एक पात्र हैं जो 2011 मे UFO बन कर अमेरिका से गुजरात मे उतारे गये और 2012/2014 चुनाव मे अच्छी अदाकारी किया, मगर केन्द्र ने फाल्के एवार्ड नही दिया।किशोर के पट-कथा लेखक की कहानी जब ओबामा के 26 जनवरी 2015 के दिल्ली दौरा से बदलती नजर आने लगी तो पेंटागौन किशोर की टीम भी बदली और बिहार मे कुछ कामयाबी मिली। किशोर को यह पता नही है कि भारत के हर पार्टी के बडे नेता कोख और गोद के खेल के साथ रूस के टूटने के बाद पेंटागौन के भी 12वें खेलाडी हैं। ट्रम्प और चीन ने बुश डॉक्टराईन को तहस नहस कर दिया तो अब किशोर भारत को पेंटागौन के नये डाक्टरॉईन मे Fit करने के जल्दी मे हैं मगर राहुल गॉधी नही हैं।राहुल गॉधी चाहते हैं जिस ने देश बरबाद किया है वही चाईनिज़ जेहाद भूगते, फिर भविष्य मे सुंदर भारत बने गा। कल पेंटागौन किशोर ने कौन सी नई बात कह दी? यह तो एक आम आदमी भी जानता है कि बीजेपी के बडे नेता हारें भी तो बेजेपी रहे गी।जब पवार, राजभर, रामबिलास, माँझी, मोलायम, लालू, मायावती की पार्टी तीस-चालीस साल से जिन्दा है तो बीजेपी क्यो नही दश्को रहे गी।चाईनिज़ जेहाद और फौल ऑफ काबूल ने किशोर को भी किसिंजर की तरह नाकामयाब बूद्धिजिवी बना दिया।जय इंडिया.